देहरादून: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा को लेकर लगातार अलग अलग खबरें सामने आ रही हैं. भीड़ और मौसम के अपडेट के लिए भक्त लगातार पूछताछ कर रहे हैं. यात्रा में बुधवार को भी सैकड़ों भक्तों ने भगवान के दर्शन किए. बात अगर यात्रा में सड़कों की करें तो फ़िलहाल सभी मार्ग खुले हैं. चारधाम यात्रा मार्ग पर यातायात व्यवस्था अभी सुचारू रूप से चल रही है.
यमुनोत्री धाम यात्रा मार्ग पर जाने वाले वाहनों के लिये कोई बाईपास रूट नहीं है. यातायात का अधिक दबाव होने पर यात्रा मार्ग के मुख्य-मुख्य पड़ावों (डामटा-बड़कोट-स्यानाचट्टी-दोबाटा-पालीगाड़-ब्रह्मखाल) पर वाहनों को रोका जा रहा है एवं एक निश्चित अंतराल पर छोड़ा जा रहा है. गंगोत्री धाम यात्रा मार्ग पर वापसी के समय लेखला पुल से श्री केदारनाथ जाने वाले यातायात को लंबगांव एवं ऋषिकेश जाने वाले यातायात को बड़ेथी की ओर डायवर्ट किया जा रहा है.
इसके साथ ही यात्रा में मौसम भी लगातार आंख मिचौली का खेल खेलता है. ऐसे में आपको ये जानना भी बेहद जरूरी है कि मौसम के क्या हालात हैं. धामों में हल्के बादल छाए हैं. कहीं कहीं बारिश होने की सम्भावना है. यमुनोत्री धाम में बारिश होने की संभावना है. गंगोत्री धाम में भी मौसम करवट बदल रहा है. रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम में भी मौसम रंग बदलता रह रहा है. चमोली स्थित श्री बदरीनाथ धाम में बारिश होने की संभावना है. चारधाम यात्रा मार्गों में मौसम सामान्य है. कहीं-कहीं बादल छाए रहने से बारिश होने की सम्भावना है.
चारधाम यात्रा के दौरान सुविधा हेतु व्यवस्था का विवरण: मार्ग में पर्यटन पुलिस केन्द्र एवं पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है. क्यूआर कोड के माध्यम से यात्रियों को मार्ग, पार्किंग, धामों में मौसम एवं यात्रा मार्ग पर सड़क बाधित होने सम्बन्धी सूचनाएं एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही हैं. आम जनमानस हेतु यात्रा मार्ग में जगह-जगह फ्लेक्स बोर्ड स्थापित किये गये हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से भी श्रद्धालुओं को महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही हैं. श्रद्धालुओं और आम जनमानस की सुविधाओं हेतु सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं.
चारों धामों में श्रद्धालुओं के ठहरने की क्षमता: जनपद उत्तरकाशी स्थित यमुनोत्री धाम में 500 व्यक्तियों के ठहरने की व्यवस्था है. उत्तरकाशी में ही स्थित गंगोत्री धाम में 4 हजार से 5 हजार यात्री ठहर सकते हैं. रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम में करीब 20 हजार लोग ठहर सकते हैं. चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम में 7500 यात्री ठहर सकते हैं.
श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड पुलिस की एडवायजरी: चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों की सुविधा/सहयोग/मार्गदर्शन हेतु सोशल मीडिया/प्रिन्ट मीडिया/इलेक्ट्रॉनिक मीडिया/थाना क्षेत्रान्तर्गत लाउड हेलर के माध्यम से निम्नलिखित एजवायजरी जारी की जा रही है.
- गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम जाने वाले श्रद्धालु वहां पर अत्यधिक भीड़ होने के फलस्वरूप अपनी सुविधानुसार स्थानों पर विश्राम करने का कष्ट करें.
- चारधाम यात्रा हेतु आने वाले श्रद्धालु अपना व अपने साथियों का पंजीकरण अवश्य करवायें.
- पंजीकृत तिथियों पर ही सम्बन्धित धामों हेतु यात्रा करें.
- यात्रा आरम्भ करने से पूर्व अपना स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य करवाएं और आवश्यक औषधियां साथ में रखें.
- अपने साथ मौसमानुकूल गर्म कपड़े व रेन कोट साथ लेकर चलें.
- रात्रि 10.00 बजे से प्रातः 04.00 बजे तक यात्री वाहनों का आवागमन पूर्णतः प्रतिबन्धित है.
- नशीले पदार्थों का सेवन न करें.
- हेली टिकट फ्रॉड से बचें और अधिकृत साइट https://heliyatra.irctc.co.in से ही हेली टिकट बुक करायें.
- पुलिस सहायता हेतु हेल्प लाइन नम्बर 112 पर कॉल करें.
- धामों में पहुंचने पर वहां की मर्यादा, पवित्रता एवं स्वच्छता बनायें रखें.
- यातायात नियमों का पालन करें.
- धामों में व्यवस्था बनाये रखने में निर्गत निर्देशों का पालन करें.
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