इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर और आसपास के जिलों के कुछ परिवारों ने मुस्लिम धर्म को छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया है. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यप्रणाली की जमकर तारीफ की. जानकारी के अनुसार, इंदौर में आज शनिवार को मुस्लिम धर्म के युवक, युवती और महिलाओं ने हिंदू धर्म धारण किया है. हिंदू रीति रिवाज के तहत पहले उनका पंडितों के द्वारा शुद्धिकरण करवाया गया, उसके बाद उनसे हवन पूजन करवाया गया.
जिन लोगों ने अपने मुस्लिम परिवार को छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया है उनका कहना था कि वह काफी दिनों से जिस तरह से हिंदू धर्म में एकता का पाठ सिखाया जाता है और जो संस्कार हिंदू धर्म में है उसी को देखते हुए उन्होंने हिंदू धर्म को अपनाया है. इंदौर के रहने वाले हैदर शेख जो की खजराना क्षेत्र में रहते हैं उन्होंने भी हिंदू धर्म अपना लिया है और अब वह हैदर से हरी बन गए हैं.
हैदर से बने हरी, बोले-मैंने नया जन्म ले लिया
हैदर शेख यानि हरी का कहना है कि ''आज मन से ऐसा लग रहा है कि मैंने नया जन्म लिया है.'' साथ ही जब उनसे पूछा गया कि काफी सालों बाद आपको इस तरह की अनुभूति क्यों हुई. उस पर उनका कहना था कि मैं काफी दिनों से इस विषय में सोच रहा था. इसके बाद मैंने मेरे परिजनों को बताया तो उन्होंने किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं ली. मैंने हिंदू धर्म में आने की इच्छा व्यक्त की तो कुछ लोगों ने मेरा सहयोग किया और आज मैं इस धर्म में आ गया.''
Also Read: UP के 4 ईसाई युवकों ने उज्जैन में अपनाया सनातन धर्म, डॉ सुमनानंद की कथा से प्रभावित होकर की घर वापसी |
पीएम मोदी की तारीफ की
इंदौर में परवीन बी जो कि मंदसौर की रहने वाली हैं,वह पल्लवी बन गई. वहीं इरफान हिंदू धर्म अपना कर ईश्वर हो गए. गफ्फार, गोविंद बन गए तो तमन्ना, तनु हो गई. गफ्फार जो की अब गोविंद बन गया है वह मूल रूप से मंदसौर का रहने वाला है. उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह से देश में काम कर रहे हैं उन्हीं को देखते हुए मैंने मुस्लिम धर्म को छोड़कर आज हिंदू धर्म अपना लिया है.
चुनाव के बीच धर्मांतरण पर उठे सवाल
प्रारंभिक तौर पर सात लोगों ने आज शनिवार को मुस्लिम धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया है. हिंदू संगठनों का दावा है कि आने वाले दिनों में कई और लोग मुस्लिम धर्म को छोड़कर सनातन और हिंदू धर्म में आना चाहते हैं. लोकसभा चुनाव के बीच जिस तरह से हिंदूवादी संगठन सात मुस्लिमों को हिंदू धर्म में लेकर आए है, वह कई तरह के सवाल भी खड़े कर रहा है.