इंदौर। युग पुरुष आश्रम में लगातार हुई अनाथ बच्चों की मौत और 50 से अधिक बच्चों के बीमार होने के मामले में पीएमओ और केन्द्रीय महिला विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को तलब किया है. शनिवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम युगपुरुष आश्रम का पहुंची और संस्था से जुड़े कई दस्तावेज और हार्ड डिस्क को जब्त किया. जब्त किये सारे दस्तावेज प्रधानमंत्री कार्यालय और महिला और बाल विकास मंत्रालय के सामने प्रस्तुत किये जाएंगे.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जुटाया सबूत
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. दिव्या गुप्ता ने आश्रम पहुंचकर सभी व्यवस्थाएं देखी. उन्होंने यहां मौजूद स्टाफ से भी चर्चा करके पूरे मामले की जानकारी ली. इसके बाद वे रेसीडेंसी कोठी पहुंची, जहां उन्होंने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा की. डॉ. दिव्या गुप्ता के मुताबिक, ''आश्रम से दस्तावेजों के साथ हार्ड डिस्क सहित कई चीजें जब्त की गई हैं.''उन्होंने बताया कि ''आश्रम में जो भी गड़बड़ी की गई थी उनके सबूतों को पूरी तरह से हटाने की कोशिश की गई है. जिसमें से अधिकांश सबूतों को पूरी तरह मिटा भी दिया गया है.''
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क्षमता से ज्यादा बच्चों को रखा गया है
डॉ दिव्या गुप्ता ने कहा, ''लापरवाही के सबूतों को मिटाने के बावजूद अभी भी कई तरह की गड़बड़ी देखने को मिली है. आश्रम में क्षमता से ज्यादा बच्चों को रखा गया है. जिम्मेदार अधिकारिओं ने समय रहते संस्था के इस काले कारनामों पर ध्यान नहीं दिया. इस मामले में जल्द ही जांच करके आयोग को रिपोर्ट सौंपी जाएगी और जो भी इस घटना का जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.''