इंदौर। शहर के एक निजी अस्पताल में एक अघोरी बाबा के जेंडर जेंच कराने का मामला सामने आया है. अघोरी बाबा केदारनाथ में रहते हैं. वह केदानरनाथ से खुद अकेले कार चलाकर इंदौर पहुंचे थे. कई डरावने पोस्टरों से सजी उनकी कार भी चर्चा का विषय रही. कार के डैशबोर्ड पर कई खोपड़ियां रखी हुई थीं, गाड़ी के आगे अर्धनारीश्वर लिखा हुआ था. इसके अलावा गाड़ी के चारों तरफ डैंजर लिखा हुआ है जो काफी डरावना लगता है. काफी दिनों से अघोरी बाबा की अस्पताल से जेंडर चेंज कराने की बात चल रही थी. Ardhanarishwar Aghori Baba Become Woman
कौन हैं अघोरी बाबा और क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार को एक कार इंदौर के एक निजी अस्पताल के सामने रूकी जिसमें से एक अघोरी बाबा निकल कर सीधे अस्पताल के अन्दर चले गए. अस्पताल में मौजूद लोगों के मन में बाबा और कार को लेकर तरह तरह के सवाल उठने लगे. कार की सजावट इतनी डरावनी थी कि लोग समझ नहीं पार रहे थे कि ये बाबा कौन हैं और इस अस्पताल में क्या करने आए हैं. लोगों ने उत्सुकता दिखाई तो पता चला कि यह एक अघोरी बाबा हैं. बाबा की उम्र 27 साल है. बाबा मूलरुप से दक्षिण भारत के एक ब्राम्हण परिवार से संबंध रखते हैं. साल भर पहले अपना घर छोड़कर केदारनाथ आकर एक आश्रम में रहने लगे थे. बाबा इस अस्पताल में अपना जेंडर जेंच कराने पहुंचे थे.
अर्धनारीश्वर बनने का आया था सपना
साल भर पहले बाबा को अर्धनारीश्वर बनने का सपना आया था. इस कारण वह अघोरी साधू बन गए. कुछ सालों बाद बाबा को महिला बनने की इच्छा हुई. उसके लिए बाबा ने चेन्नई के एक अस्पताल में अपना जेंडर चेंज कराने के लिए सर्जरी भी कराई थी. जिसमें उनके पुरुष संबंन्धित अंग को उनके शरीर से हटा दिया गया था. इसके बाद महिला अंग के ट्रांसप्लांट के लिए इंदौर के एक निजी अस्पताल से बात चल रही थी. अस्पताल के दिए समय पर बाबा खुद अपनी कार चला कर केदारनाथ से इंदौर पहुंच गए. बाबा अपने साथ अपने सारे डॉक्यूमेंट भी लाये थे और उन्होंने अस्पताल प्रशासन को लिखित में दिया है कि अगर ऑपरेशन के दौरान उन्हें किसी तरह कि कोई दिक्कत होगी तो वो इसके जिम्मेदार खुद रहेंगे.
कार देखकर लग जायेगा डर