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भारत-रूस शिखर सम्मेलन: मोदी और पुतिन द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयाम की समीक्षा करेंगे - India Russia summit - INDIA RUSSIA SUMMIT

PM Narendra Modi, पीएम नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा. यह जानकारी देते हुए विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि दोनों नेता क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर विचार व्यक्त करेंगे.

PM Narendra Modi
पीएम नरेंद्र मोदी (IANS)
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By PTI

Published : Jul 5, 2024, 10:36 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आगामी वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में रक्षा, निवेश, ऊर्जा सहयोग, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों की समीक्षा करेंगे. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि पुतिन के निमंत्रण पर मोदी 8 से 9 जुलाई तक रूस की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे.

उन्होंने बताया कि वे 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. इसमें दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की समीक्षा की जाएगी. बता दें कि राष्ट्रपति पुतिन प्रधानमंत्री मोदी के लिए एक निजी रात्रिभोज आयोजित करेंगे. इस बारे में मीडिया से बातचीत में क्वात्रा ने कहा कि दोनों नेता आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर भी अपने विचार साझा करेंगे. रूस यात्रा के कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा करते हुए क्वात्रा ने कहा कि फिलहाल प्रधानमंत्री का आठ जुलाई की दोपहर बाद मॉस्को पहुंचने का कार्यक्रम है. अगले दिन मोदी के कार्यक्रमों में रूस में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत भी शामिल होगी.

प्रधानमंत्री क्रेमलिन में अज्ञात सैनिक की समाधि पर पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगे. इसके बाद वे मॉस्को में प्रदर्शनी स्थल पर रोसाटॉम मंडप का दौरा करेंगे. उन्होंने कहा, 'इन बैठकों के बाद दोनों नेताओं के बीच सीमित लोगों के साथ वार्ता होगी, जिसके बाद पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल स्तर के बीच विचार-विमर्श होगा.

क्वात्रा ने कहा कि वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन तीन वर्षों के बाद हो रहा है और हम काफी अहम मानते हैं. उन्होंने कहा कि रूसी सेना में काम करने के लिये गुमराह किए गए भारतीय नागरिकों की शीघ्र वापसी का मुद्दा भी चर्चा में उठने की संभावना है. विदेश मंत्रालय ने बताया कि रूस की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद मोदी ऑस्ट्रिया जाएंगे, जो 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा होगी.

गौरतलब है कि करीब पांच साल में मोदी की पहली रूस यात्रा होगी. इससे पहले उन्होंने 2019 में व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक सम्मेलन में हिस्सा लिया था. यूक्रेन में संघर्ष के बाद यह उनकी पहली रूस यात्रा भी होगी.

ये भी पढ़ें - यूक्रेन युद्ध के बाद पहली बार रूस की यात्रा पर जाएंगे पीएम मोदी, ये है उनकी रणनीति

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आगामी वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में रक्षा, निवेश, ऊर्जा सहयोग, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों की समीक्षा करेंगे. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि पुतिन के निमंत्रण पर मोदी 8 से 9 जुलाई तक रूस की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे.

उन्होंने बताया कि वे 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. इसमें दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की समीक्षा की जाएगी. बता दें कि राष्ट्रपति पुतिन प्रधानमंत्री मोदी के लिए एक निजी रात्रिभोज आयोजित करेंगे. इस बारे में मीडिया से बातचीत में क्वात्रा ने कहा कि दोनों नेता आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर भी अपने विचार साझा करेंगे. रूस यात्रा के कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा करते हुए क्वात्रा ने कहा कि फिलहाल प्रधानमंत्री का आठ जुलाई की दोपहर बाद मॉस्को पहुंचने का कार्यक्रम है. अगले दिन मोदी के कार्यक्रमों में रूस में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत भी शामिल होगी.

प्रधानमंत्री क्रेमलिन में अज्ञात सैनिक की समाधि पर पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगे. इसके बाद वे मॉस्को में प्रदर्शनी स्थल पर रोसाटॉम मंडप का दौरा करेंगे. उन्होंने कहा, 'इन बैठकों के बाद दोनों नेताओं के बीच सीमित लोगों के साथ वार्ता होगी, जिसके बाद पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल स्तर के बीच विचार-विमर्श होगा.

क्वात्रा ने कहा कि वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन तीन वर्षों के बाद हो रहा है और हम काफी अहम मानते हैं. उन्होंने कहा कि रूसी सेना में काम करने के लिये गुमराह किए गए भारतीय नागरिकों की शीघ्र वापसी का मुद्दा भी चर्चा में उठने की संभावना है. विदेश मंत्रालय ने बताया कि रूस की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद मोदी ऑस्ट्रिया जाएंगे, जो 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा होगी.

गौरतलब है कि करीब पांच साल में मोदी की पहली रूस यात्रा होगी. इससे पहले उन्होंने 2019 में व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक सम्मेलन में हिस्सा लिया था. यूक्रेन में संघर्ष के बाद यह उनकी पहली रूस यात्रा भी होगी.

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