नई दिल्ली: विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने ईरान द्वारा इजरायल के खिलाफ बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण के बाद मध्य पूर्व में बढ़ते हालात पर चिंता व्यक्त की है. इस हमले के बाद दोनों देश इजरायल और ईरान के बीच तनाव और भी बढ़ गया है.
इजरायल पर मिसाइल दागे जाने से कुछ घंटे पहले वाशिंगटन में थिंक टैंक के साथ बातचीत के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हम संघर्ष के बढ़ने की संभावना से चिंतित हैं. उन्होंने कहा न केवल लेबनान में जो हुआ, बल्कि हूथियों और लाल सागर में जो हुआ उसको लेकर भी हम लोग चिंता में हैं. विदेश मंत्री ने आगे कहा कि ईरान और इजरायल के बीच जो कुछ भी होता है, उससे भी चिंतित हैं.
#WATCH | EAM Dr S Jaishankar says, " ... we regard october 7 as a terrorist attack. we understand that israel needed to respond, but we also believe that any response by any country has to take into account international humanitarian law and that it must be careful about any… pic.twitter.com/inGpavn01Y
— ANI (@ANI) October 2, 2024
जयशंकर ने कहा कि हम 7 अक्टूबर को आतंकवादी हमला मानते हैं. हम समझते हैं कि इजरायल को जवाब देना चाहिए था, लेकिन हम यह भी मानते हैं कि किसी भी देश द्वारा की जाने वाली किसी भी प्रतिक्रिया में अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून को ध्यान में रखना चाहिए और उसे नागरिक आबादी को किसी भी तरह के नुकसान या प्रभाव के बारे में सावधान रहना चाहिए. किसी तरह के अंतरराष्ट्रीय मानवीय प्रयास होना महत्वपूर्ण है.
इस स्थिति में भारत की संभावित भूमिका पर जयशंकर ने कहा कि कठिन समय में संचार के महत्व को कम मत समझिए. अगर कुछ बातें कही जानी हैं और आगे बढ़ाई जानी हैं, तो मुझे लगता है कि ये सभी योगदान हैं जो हम कर सकते हैं, और हम करते भी हैं. मंगलवार को विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन ने वाशिंगटन डीसी में भारतीय विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर से मुलाकात की.
विदेश मंत्री ब्लिंकन और विदेश मंत्री जयशंकर ने द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने, क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों पर निकट समन्वय करने और महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकियों पर सहयोग बढ़ाने के लिए अमेरिका और भारत की स्थायी प्रतिबद्धता पर चर्चा की. ब्लिंकन ने प्रधानमंत्री मोदी की अगस्त में कीव यात्रा का उल्लेख किया और यूक्रेन के लिए न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के महत्व को दोहराया. सचिव और विदेश मंत्री ने वैश्विक जलवायु संकट से निपटने के लिए स्वच्छ ऊर्जा पहलों पर सहयोग बढ़ाने की योजनाओं पर भी चर्चा की.
EAM Dr S Jaishankar tweets, " delighted to hold talks with secretary antony blinken today in washington dc. we followed up on the delaware bilateral and quad meetings. our discussions also covered deepening bilateral cooperation, situation in west asia, recent developments in the… pic.twitter.com/Nk50asMpgB
— ANI (@ANI) October 1, 2024
बता दें, ईरान ने मंगलवार देर रात इजरायल पर करीब 181 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं. उसके इस आक्रामक जवाबी हमले के बाद अमेरिका ने ईरान को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि मिसाइल हमला के गंभीर परिणाम होंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने भी उचित प्रतिक्रिया को अंतिम रूप दिए जाने के दौरान इजरायल का समर्थन करने की कसम खाई. बाइडेन ने पुष्टि करते हुए कहा कि अमेरिकी सेना इजरायल की रक्षा का समर्थन करेगी और आगे किसी भी ईरानी मिसाइल हमले को रोक देगी.
अमेरिका के समर्थन का इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्वागत किया और धन्यवाद भी दिया. वहीं, नेतन्याहू ने गंभीर परिणामों की चेतावनी दी है, साथ ही दोहराया है कि ईरान को मिसाइल हमले की कीमत चुकानी पड़ेगी.
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