रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा के सह प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की चुनावी भाषणों को लेकर कार्रवाई की मांग उठी है. इसको लेकर इंडिया ब्लॉक के चारों दल झामुमो, कांग्रेस, राजद और सीपीआई माले के नेताओं ने मुख्य निर्वाची पदाधिकारी के रवि कुमार से मुलाकात की. उन्हें एक ज्ञापन सौंप कर तत्काल हिमंता विस्वा सरमा पर कार्रवाई करने की मांग की.
क्या है ज्ञापन में
इंडिया ब्लॉक की ओर से निर्वाचन आयोग को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि हिमंता बिस्वा सरमा संथाल परगना के देवघर के सारठ में और पलामू में जिस तरह की बातें कही है वह समाज को तोड़ने और आपसी भाईचारे को बिगाड़ने वाला है. ज्ञापन सौंपने के बाद झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने देवघर डीसी से तत्काल बात कर रविवार सुबह तक मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.
किस-किस बयान का ज्ञापन में जिक्र
इंडिया ब्लॉक के संयुक्त ज्ञापन में सारठ में दिए बयान, "वो लोग एक ही जगह पर वोट डालते हैं लेकिन हमारा हिंदू आधा इधर डालेगा आधा उधर" और ये सरकार घुसपैठियाों को बुलाती है. क्योंकि विशेष समुदाय उनको वोट देता है". इसके अलावा एक अन्य बयान में "अगले दस साल में झारखंड में राजनीति नहीं कर सकेंगे और विशेष समुदाय पर आश्रित रह जाएंगे". "हिंदुओं और आदिवासियों को निर्णय लेना है कि घुसपैठियों को भगाना है" और ये सरकार ही इरफान और आलमगीर आलम जैसे लोगों की है". ऐसे बयान का हवाला देकर शिकायत चुनाव आयोग से इंडिया ब्लॉक द्वारा की गयी है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से इंडिया ब्लॉक की ओर से शिष्टमंडल में सीपीआई माले के नेता शिवेंदु सेन, कांग्रेस के विनय सिन्हा दीपू, राजद की ओर से कैलाश यादव और झामुमो की ओर से सुप्रियो भट्टाचार्य शामिल रहे.
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