नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2+2 सचिव स्तरीय परामर्श वार्ता सोमवार को नई दिल्ली में हुई. इस बैठक में क्वाड और जी-20 सहित विभिन्न मंचों पर द्विपक्षीय सहयोग को निरंतर मजबूत करने का आह्वान किया गया. वार्ता में भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, समृद्धि, स्थिरता और प्रगति के अपने साझा उद्देश्य को प्राप्त करने के साथ-साथ भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई गई.
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने किया, जबकि ऑस्ट्रेलियाई पक्ष का नेतृत्व रक्षा विभाग के सचिव ग्रेग मोरियार्टी और विदेश मामले एवं व्यापार विभाग के सचिव जान एडम्स ने किया. अंतिम 2+2 सचिव स्तरीय परामर्श 2019 में आयोजित किया गया था, जिसके बाद सितंबर 2021 में 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता शुरू की गई थी.
दोनों पक्षों ने नवंबर 2023 में आयोजित पिछली 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के बाद से हुई प्रगति और 2025 में होने वाली अगली मंत्रिस्तरीय वार्ता की तैयारियों की समीक्षा की. बैठक ने दोनों पक्षों को उभरते क्षेत्रीय और वैश्विक परिदृश्यों के संदर्भ में द्विपक्षीय जुड़ाव की स्थिति की समीक्षा करने का अवसर प्रदान किया.
चर्चा में राजनीतिक और रणनीतिक, रक्षा और सुरक्षा सहित रक्षा प्रौद्योगिकी और उद्योग सहयोग, व्यापार और निवेश, शिक्षा, साइबर और नई उभरती हुई प्रौद्योगिकियां, महत्वपूर्ण खनिज, नवीकरणीय ऊर्जा, अंतरिक्ष, आतंकवाद का मुकाबला और लोगों के बीच आपसी संबंधों जैसे कई मुद्दों पर चर्चा हुई. दोनों पक्षों ने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.
दोनों पक्षों ने क्वाड और जी-20 सहित विभिन्न मंचों पर द्विपक्षीय सहयोग को निरंतर मजबूत करने का आह्वान किया और भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, समृद्धि, स्थिरता और प्रगति के अपने साझा उद्देश्य को प्राप्त करने के साथ-साथ भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
सचिवों ने अंतर-सत्रीय 2+2 विदेश और रक्षा सचिव वार्ता को द्विवार्षिक रूप से आयोजित करने और 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता से पहले इन चर्चाओं को जारी रखने पर सहमति व्यक्त की. सचिव मोरियार्टी ने सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और सचिव एडम्स ने विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से मुलाकात की. रक्षा सचिवों और विदेश सचिवों के बीच द्विपक्षीय बैठकें भी हुई.
भारत-ऑस्ट्रेलिया 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में दोनों देशों के विदेश और रक्षा सचिवों के बीच रणनीतिक सहयोग, सुरक्षा और रक्षा संबंधों पर चर्चा की जाती है. यह क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों के जवाब में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है.