लखनऊ : राम नगरी अयोध्या की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार बड़ा फैसला ले रही है. सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय अयोध्या में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (National Security Guard) सेंटर खोलने का प्रस्ताव तैयार कर रही है. इससे पहले अयोध्या में यूपीएसएसएफ, एटीएस औरपीएसी की बटालियन तैनात है.
राम मंदिर निर्माण के बढ़ी सुरक्षा
सूत्रों के मुताबिक राम मंदिर निर्माण के बाद से ही अयोध्या में देश विदेश से राम भक्तों की भीड़ बढ़ने और वीवीआईपी मूमेंट के चलते राज्य व केंद्र सरकार अयोध्या की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील है. यही वजह है कि अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी यूपी विशेष सुरक्षा बल (UPSSF) को दी गई. इसके अलावा यहां यूपी एटीएस की एक यूनिट भी तैनात की गई है. अब केंद्र सरकार ने यहां NSG सेंटर खोलने का फैसला किया है. सूत्रों के अनुसार NSG मुख्यालय के कई अफसरों ने अयोध्या में कैंप कर यहां की सुरक्षा व्यवस्था को परखा है, जिसके बाद अफसरों ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें अयोध्या नगरी में NSG सेंटर खोले जाने की सिफारिश की गई है. हालांकि अभी गृह मंत्रालय इस पर विचार कर रहा है.
आपात स्थिति में करेगी मदद
अयोध्या में NSG सेंटर खोले जाने से कभी भी आपातकाल की स्थति में यदि फोर्स की जरूरत होती है तो NSG कम समय में अयोध्या केंद्र से वाराणसी, गोरखपुर और मथुरा पहुंच सकेगी. चुंकी इन धार्मिक स्थलों में पूरे वर्ष भक्तों और वीवीआईपी का तांता लगा रहता है तो सुरक्षा के लिहाज से यह बड़ा फैसला साबित हो सकता है. वहीं माना जा रहा है कि वीवीआईपी की सुरक्षा में तैनात NSG कमांडों को हटाकर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ की VIP ड्यूटी को सौंपी जा सकती है.
बता दें कि एनएसजी के देश में पांच क्षेत्रीय केंद्र हैं. इसमें हैदराबाद, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, गांधीनगर और अमृतसर हैं. इसकी स्थापना 16 अक्टूबर 1984 में की गई थी.
प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही लगातार मिल रही धमकी
अयोध्या में भव्य रामंदिर के निर्माण और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही आतंकी संगठनों की ओर से लगातार धमकी दी जा रही है. 2005 में लश्कर के आतंकी हमले को लोग अब तक नहीं भूले हैं. इसी साल जनवरी की शुरुआत में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू ने एक वीडियो जारी कर लोगों को भड़काया था. पन्नू ने प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कहा कि मुसलमानों को इसका विरोध करना चाहिए. जबकि इसी माह खुफिया एजेंसियों को नेताओं-अफसरों पर आतंकी हमले का अलर्ट मिला था. जिसके बाद अयोध्या की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई थी. वहीं 29 को कुशीनगर में एक किशोर ने राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दे डाली थी. इन घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार और एजेंसियां अयोध्या की सुरक्षा चाक चौबंद करना चाहती हैं.