नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिम मॉनसून केरल में दस्तक दे चुका है और आज 30 मई को पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश भागों में आगे बढ़ गया है. कोट्टायम जिले के कई हिस्सों में बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में दस्तक दे चुका है. आज 30 मई को पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों की ओर बढ़ गया.
बता दें कि देश के उत्तरी और मध्य हिस्से में भीषण गर्मी से लोग त्रस्त हैं. बुधवार को कई हिस्सों रिकॉर्ड गर्मी दर्ज की गई. मौसम विभाग की मानें तो अब गर्मी पर ब्रेक लगने वाला है. आज से धीर-धीरे गर्मी का असर कम होने लगेगा. वहीं, केरल में मानसून का आगमन हो चुका है. मॉनसून के पूर्वोत्तर राज्यों की ओर बढ़ने के संकेत दिए गए हैं.
इन स्थानों पर बारिश के आसार: पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के क्षेत्रों में निचले और मध्य क्षोभमंडल स्तरों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. इसके प्रभाव में अगले 7 दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में गरज, बिजली और तेज हवा (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ सामान्य से मध्यम वर्षा होने की संभावना है.
अगले 5 दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश होने की संभावना है. 30 मई को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी वर्षा होने की संभावना है. अगले 5 दिनों के दौरान बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, ओडिशा में छिटपुट से लेकर हल्की/मध्यम बारिश होने की संभावना है. 31 मई से 2 जून के दौरान इन क्षेत्रों में आंधी, बिजली और तेज हवा (30-40 किमी प्रति घंटे) चलने की संभावना है.
केरल में मॉनसून: केरल में जल्द मॉनसून दस्तक देने वाला है. इसके प्रभाव में दक्षिण में मौसम की गतिविधि में परिवर्तन होने वाला है. अगले 5 दिनों के दौरान केरल और माहे में भारी वर्षा होने की संभावना है. अगले 7 दिनों के दौरान केरल और माहे, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, कर्नाटक में गरज, बिजली और तेज हवा (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा में 01-04 जून के बीच हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है.
31 मई-02 जून के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में और 01 और 02 जून को तमिलनाडु और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में बारिश के आसार हैं. 30-31 मई के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हवा (30-40 किमी प्रति घंटे की गति तक) चलने की संभावना. 31 मई से 2 जून के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा और कर्नाटक में हवा चलने की संभावना.
लू का कहर: मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश के कई भागों में बिहार के अधिकांश हिस्सों में झुलसाने वाली गर्मी की स्थिति बनी रही. इन जगहों पर अधिकतम तापमान 45 से लेकर 50.5 डिग्री सेल्सियस तक रहा. अधिकांश भागों में भीषण गर्मी और लू की स्थिति बनी रही. जम्मू, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के कुछ भागों में लू की स्थिति बनी रही.
दिल्ली में रिकॉर्ड गर्मी पर संशय: मौसम विभाग ने बुधवार को दिल्ली के मुंगेशपुर में रिकॉर्ड 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान बताया था. हालांकि बाद में इसमें संसोधन करते हुए कहा कि गलती से 52.9 डिग्री सेल्सियस बताया गया. दरअसल दिल्ली एनसीआर में अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस से लेकर 49.1 डिग्री सेल्सियस तक रहा.
आईएमडी ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि वह डेटा और सेंसर की जांच कर रहा है. एक्स पर एक पोस्ट में केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने त्रुटि को चिह्नित करते हुए कहा कि दिल्ली में 52.3 डिग्री सेल्सियस का तापमान 'असंभव' है. यह अभी तक आधिकारिक नहीं है. आईएमडी में हमारे वरिष्ठ अधिकारियों को समाचार रिपोर्ट की पुष्टि करने के लिए कहा गया है.
2-3 दिनों में हीटवेव से राहत: आईएमडी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से उत्तर-पश्चिम भारत की ओर बहने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवा के साथ तापमान में धीरे-धीरे गिरावट के कारण अगले 2-3 दिनों के दौरान हीटवेव की स्थिति कम हो जाएगी.