नई दिल्ली : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को भविष्यवाणी की है कि अगले पांच दिनों में पूर्वी भारत के कई हिस्सों में लू चलने और तापमान में वृद्धि होने की संभावना है. बता दें, इस सप्ताह की शुरुआत में ओडिशा और रायलसीमा के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान 42-45 डिग्री सेल्सियस के बीच बढ़ गया था.
इसी तरह, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, विदर्भ, छत्तीसगढ़, दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यानम के कुछ हिस्सों में भी ऐसी स्थितियां देखी गईं, जहां तापमान 40-42 डिग्री सेल्सियस के बीच था.
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 5 दिनों तक गंगीय पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में भीषण गर्मी और लू की स्थिति बने रहने की संभावना है. इसी तरह, यह अगले 5 दिनों के दौरान आंतरिक कर्नाटक, 25 और 26 अप्रैल को ओडिशा, 23-26 के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, 24-26 अप्रैल के दौरान पश्चिम उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और झारखंड के अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति बने रहने की संभावना जताई गई है.
इसके विपरीत, पूर्वोत्तर भारत में अलग-अलग स्थानों पर तूफान, बिजली और तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा और बर्फबारी का अनुमान है. इस बीच, अगले दो दिनों तक पूर्वी और मध्य भारत में मध्यम गरज के साथ बिजली चमकने और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है. एक चक्रवाती परिसंचरण के कारण जो पूर्वोत्तर असम पर और दूसरा निचले क्षोभमंडल स्तर पर पूर्वोत्तर बांग्लादेश पर स्थित है, आईएमडी का अनुमान है कि काफी हद तक इन इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ छिटपुट बारिश हो सकती है.
23-28 अप्रैल के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में आंधी और बिजली गिरने और तेज हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटे) चलने की संभावना है और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में छिटपुट बारिश होने का अनुमान है. इसमें 23-24 के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में, 23 अप्रैल को ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल और झारखंड में अलग-अलग स्थानों पर गरज और बिजली गिरने और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ हल्की से मध्यम बारिश की भी भविष्यवाणी की गई है.
आईएमडी ने 23-24 अप्रैल के दौरान अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की भी भविष्यवाणी की है, जबकि 23 अप्रैल को कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है.
दूसरे चरण में हीटवेव का खतरा नहीं
26 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 89 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा. गौरतलब है कि मौजूदा लोकसभा चुनाव के दौरान देश के कई हिस्सों में पड़ रही भीषण गर्मी पड़ रही है. इसे देखते हुए भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने सोमवार को मौसम को समझने और आम चुनावों के दौरान गर्म मौसम की स्थिति के कारण किसी भी जोखिम को कम करने के उपायों पर चर्चा करने के लिए संबंधित एजेंसियों के साथ बैठक की.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र (डीजी आईएमडी) ने चुनाव पैनल को सूचित किया कि 26 अप्रैल को होने वाले आम चुनाव के दूसरे चरण के लिए हीटवेव के बारे में कोई बड़ी चिंता नहीं है. शेड्यूल के मुताबिक, जिन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में दूसरे चरण का मतदान होगा उनमें असम, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर शामिल हैं.
आईएमडी के अनुसार, अफगानिस्तान और उससे सटे पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ 26 अप्रैल से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है, जिसके परिणामस्वरूप कुछ क्षेत्रों में गरज, बिजली और ओलावृष्टि के साथ काफी व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा और बर्फबारी हो सकती है.
पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड उन क्षेत्रों में से हैं, जिनके विशिष्ट अवधि के दौरान इन मौसम पैटर्न से प्रभावित होने की उम्मीद है. उत्तर प्रदेश में भी तेज़ सतही हवाएँ चलने की उम्मीद है.