हैदराबाद: एक पिता चाहता है कि सरकार उसके बेटे को भारत वापस लाने के लिए कदम उठाए, क्योंकि उसकी पत्नी ने किसी और से शादी कर ली है और उसके बेटे को बांग्लादेश ले गई. मजदूरी करने वाला पीड़ित शख्स ने बेटे को वापस लाने के लिए पैसे खर्च करने के साथ ही काफी प्रयास किया. आखिर में उसने केंद्रीय राज्य मंत्री बंदी संजय से गुहार लगाई है.
पीड़ित तिरुपति विकाराबाद जिले के चौधापुर मंडल के लिंगापुर गांव का रहने वाला है. वह मुंबई में निर्माण मजदूर के रूप में काम करता था. 2016 में वहां रिया नाम की महिला से उसका परिचय हुआ. फिर वह उससे प्यार करने लगा और शादी कर ली. 2017 में उनके बेटे विशाल का जन्म हुआ. जब तिरुपति काम के लिए अपने गृहनगर आया, तो रिया ने दूसरे आदमी से शादी कर ली.
तिरुपति के अनुसार जब उसे मामले के बारे में पता चला, तो वह मुंबई गया. रिया ने कहा कि वह उसके बेटे को ले जाए. फिर वह विशाल को हैदराबाद के बालापुर ले आया और उसका दाखिला एक सरकारी स्कूल में करा दिया. 2022 में रिया ने तिरुपति को फोन करके कहा कि उसे अपने बेटे की याद आ रही है और वह उसे एक बार देखना चाहती है.
जब वह अपने बेटे के साथ रिया से मिलने मुंबई गया तो रिया के पति और अन्य लोगों ने तिरुपति पर हमला कर दिया. फिर वह अपने पांच साल के बेटे के साथ गायब हो गई. उसने पुलिस में शिकायत की लेकिन उसका बेटा नहीं मिला. जानकार लोगों से पूछताछ में पता चला कि रिया बांग्लादेश के जेसोर में है और वह अपने बेटे को वहीं लेकर गई है.
तिरुपति ने रिया की बहन के पति शफी के जरिए विशाल को भारत लाने की कोशिश की. शफी ने इसके लिए कई बार पैसे वसूले. हाल ही में उसने एक लाख रुपये लिए. फिर उसने साढ़े तीन लाख रुपये और मांगे और तिरुपति से कहा कि वह बांग्लादेश की सीमा पर आ जाए ताकि वह अपने बेटे विशाल को सौंप सके. जब तिरुपति वहां गया तो शफी ने उसके बेटे को नहीं दिखाया. तिरुपति ने कहा कि उन्होंने हाल ही में करीमनगर में केंद्रीय राज्य मंत्री बंदी संजय से बेटे को वापस लाने में मदद की गुहार लगाई. मंत्री ने उन्हें अपने बेटे को वापस लाने में मदद की पेशकश की.