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हैदराबाद: नौकरी के नाम पर फर्जी कानूनी नोटिस देकर वसूलते थे रुपये, चार गिरफ्तार

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 3, 2024, 6:58 PM IST

fake legal notices : तेलंगाना की हैदराबाद पुलिस ने साइबर अपराधियों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. आरोपी नौकरी के नाम पर धमकाकर पीड़ितों से बड़ी रकम वसूल करते थे. इस सिलसिले में पुलिस ने चार लोगों को सूरत से गिरफ्तार किया गया है.

Used to collect money by giving fake legal notice in the name of job
नौकरी के नाम पर फर्जी कानूनी नोटिस देकर वसूलते थे रुपये

हैदराबाद : साइबर अपराध के मामले इन दिनों सामने आ रहे हैं. लेकिन इनमें भी साइबर अपराधी हर दिन नए तरीके से साइबर धोखाधड़ी कर वारदात को अंजाम दे रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें नौकरी के नाम पर लोगों को धमकाकर बड़ी रकम वसूल कर ली जा रही है. इसी कड़ी में साइबराबाद पुलिस ने मामले को सुलझाते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने डेटा एंट्री जॉब के नाम पर जाल बिछाकर पीड़ितों को धमकाने और फिर कंपनी के नियमों का उल्लंघन करने और पैसे ऐंठने के सिलसिले में चार लोगों को धर दबोचा. साइबराबाद साइबर क्राइम स्टेशन में एक महिला द्वारा दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. बताया जाता है कि फ्लोरा सॉल्यूशंस के नाम पर एक डेटा एंट्री जॉब के जरिए उन लोगों को फंसाया जाता था जो अंशकालिक नौकरी की तलाश में होते थे. फिर पीड़ितों को एक लॉगिन आईडी भेजकर काम करने की सलाह दी जाती थी. वहीं पीड़ितों का कहना है कि काम पूरा होने के बाद भी फर्जी कानूनी नोटिस जारी किए जा रहे हैं कि कर्मचारी नियमों के दायरे में रहकर काम नहीं कर रहा है. फलस्वरूप नियमों का उल्लंघन का हवाला देकर फर्जी कानूनी नोटिस भेजकर पैसे की उगाही की जाती है.

पुलिस ने बताया कि एक शिकायतकर्ता ने फर्जी नोटिस के डर से 6,17,600 रुपये का भुगतान कर दिया. इस संबंध में गुजरात के चार आरोपियों राहुल अशोक भाई भाविस्कर, सागर पाटिल, कल्पेश ट्रॉट और नीलेश पाटिल को सूरत में साइबराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इनमें एक ने खुलासा किया कि वह टेलीकॉलर का काम करता था और अपने दोस्तों के साथ मिलकर साइबर क्राइम कर रहा था. आरोपियों के पास से 6 सेल फोन, एक लैपटॉप और 5 डेबिट कार्ड जब्त किए गए. गौरतलब है कि आरोपियों के खिलाफ 358 मामले दर्ज हैं जिनमें अकेले तेलंगाना में 28 मामले दर्ज हैं. इसके अलावा, पुलिस ने खुलासा किया कि अन्य मामले देश 25 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में दर्ज हैं.

ये भी पढ़ें - महाराष्ट्र: बीजेपी विधायक ने शिव सेना शिंदे गुट के नेता पर चलाई गोली, गिरफ्तार

हैदराबाद : साइबर अपराध के मामले इन दिनों सामने आ रहे हैं. लेकिन इनमें भी साइबर अपराधी हर दिन नए तरीके से साइबर धोखाधड़ी कर वारदात को अंजाम दे रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें नौकरी के नाम पर लोगों को धमकाकर बड़ी रकम वसूल कर ली जा रही है. इसी कड़ी में साइबराबाद पुलिस ने मामले को सुलझाते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने डेटा एंट्री जॉब के नाम पर जाल बिछाकर पीड़ितों को धमकाने और फिर कंपनी के नियमों का उल्लंघन करने और पैसे ऐंठने के सिलसिले में चार लोगों को धर दबोचा. साइबराबाद साइबर क्राइम स्टेशन में एक महिला द्वारा दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. बताया जाता है कि फ्लोरा सॉल्यूशंस के नाम पर एक डेटा एंट्री जॉब के जरिए उन लोगों को फंसाया जाता था जो अंशकालिक नौकरी की तलाश में होते थे. फिर पीड़ितों को एक लॉगिन आईडी भेजकर काम करने की सलाह दी जाती थी. वहीं पीड़ितों का कहना है कि काम पूरा होने के बाद भी फर्जी कानूनी नोटिस जारी किए जा रहे हैं कि कर्मचारी नियमों के दायरे में रहकर काम नहीं कर रहा है. फलस्वरूप नियमों का उल्लंघन का हवाला देकर फर्जी कानूनी नोटिस भेजकर पैसे की उगाही की जाती है.

पुलिस ने बताया कि एक शिकायतकर्ता ने फर्जी नोटिस के डर से 6,17,600 रुपये का भुगतान कर दिया. इस संबंध में गुजरात के चार आरोपियों राहुल अशोक भाई भाविस्कर, सागर पाटिल, कल्पेश ट्रॉट और नीलेश पाटिल को सूरत में साइबराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इनमें एक ने खुलासा किया कि वह टेलीकॉलर का काम करता था और अपने दोस्तों के साथ मिलकर साइबर क्राइम कर रहा था. आरोपियों के पास से 6 सेल फोन, एक लैपटॉप और 5 डेबिट कार्ड जब्त किए गए. गौरतलब है कि आरोपियों के खिलाफ 358 मामले दर्ज हैं जिनमें अकेले तेलंगाना में 28 मामले दर्ज हैं. इसके अलावा, पुलिस ने खुलासा किया कि अन्य मामले देश 25 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में दर्ज हैं.

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