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घर पर इकठ्ठा हो रहीं एक्सपायरी दवाओं से हो गए परेशान, तुरंत ऐसे करें इनका निपटान

पुरानी दवाइयों, जैसे कि टॉपिकस जैल, लिक्विड या एक्सपायर हो चुकी गोलियों का इस्तेमाल करने से आपकी सेहत ठीक नहीं हो सकती.

एक्सपायर दवाओं का क्या करें
एक्सपायर दवाओं का क्या करें (IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 3 hours ago

नई दिल्ली: कई लोगों की तरह आपके पास भी कुछ पुरानी या एक्सपायर हो चुकी दवाएं रखी होंगी, लेकिन क्या आपने कभी पैकेजिंग पर उनकी एक्सपायरी डेट की जांच की है, शायद नहीं. अगर आप भी बिना डेट चेक किए दवाओं का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है. इसलिए कोई भी दवा लेने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें.

पुरानी दवाइयों, जैसे कि टॉपिकस जैल, लिक्विड या एक्सपायर हो चुकी गोलियों का इस्तेमाल करने से आपकी सेहत ठीक नहीं हो सकती. इतना ही नहीं इनका सेवन करने से हो सकता आपको ठीक भी महसूस न हो. ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि अगर आप एक्सपायर दवाओं का सेवन नहीं कर सकते तो आखिर इनका क्या करें?

एक्सपायर हो चुकी दवाओं का क्या करें?
मेडिलाइन प्लस के मुताबिक सबसे पहले दवा के लेबल को पढ़ें और उसमें दिए गए स्पेसिफिक डिस्पोजल निर्देश का पालन करें. इसका अलावा एक्सपायर, अनवॉन्टिड या इस्तेमाल न की गई दवा को रिटेल शॉप, अस्पताल या क्लिनिक फार्मेसी और कानून प्रवर्तन सुविधाओं में वापस कर सकते हैं.

इन स्थानों पर कियोस्क या ड्रॉप बॉक्स होते हैं, जहां एक्सपायर हो चुकी दवाइयों को सुरक्षित रूप से डिस्पोज करने के लिए छोड़ा जा सकता है. अगर आपके आस-पास ये सुविधाएं नहीं हैं, तो चेक करें कि दवा FDA फ्लश सूची में है या नहीं. अगर यह फ्लश सूची में है, तो आप इसे शौचालय में फ्लश कर सकते हैं.

नाली में न बहाएं दवाएं
अगर दवाएं फ्लश लिस्ट में शामिल नहीं तो उन्हें फ्लश नहीं करना चाहिए और न हीं उन्हें नाली में नहीं डालना चाहिए.दवाइयों में ऐसे रसायन होते हैं जो पर्यावरण में विघटित नहीं हो सकते. जब इन्हें नाली में बहा दिया जाता है, तो उसके अवशेष हमारे जल संसाधनों को प्रदूषित कर सकते हैं. इससे मछलियां और अन्य समुद्री जीव प्रभावित हो सकते हैं. ये अवशेष हमारे पीने के पानी में भी मिल सकते हैं. ऐसे में दवाओं को शॉप, अस्पताल या क्लिनिक फार्मेसी और कानून प्रवर्तन सुविधाओं में वापस करने की कोशिश करें.

एक्सपायर दवाएं यूज करने के नुकसान
यूएस फूड एंड ड्रग्स की रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपायर हो चुकी दवाइयां लेने से कुछ जोखिम होते हैं. दरअसल, एक्सपायर दवा की रासायनिक संरचना में बदलाव हो सकते हैं, जिससे मेडिकल प्रोडक्ट्स कम प्रभावी या जोखिम भरे हो सकते हैं.

कुछ एक्सपायर हो चुकी दवाओं में बैक्टीरिया के बढ़ने का जोखिम होता है और कम शक्तिशाली एंटीबायोटिक्स संक्रमण का इलाज करने में विफल हो सकते हैं, जिससे अधिक गंभीर बीमारियाँ और एंटीबायोटिक प्रतिरोध हो सकता है.

एक बार दवा एक्सपायर हो जाने के बाद इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि दवा सुरक्षित और प्रभावी रहेगी या नहीं. अगर आपकी दवा एक्सपायर हो चुकी है, तो उसका इस्तेमाल न करें.

ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) के अनुसार बहुत से लोग नहीं जानते कि अपनी दवा की अलमारियों से जवाओं को कैसे हटाया जाए. पुरानी दवाओं, खासकर ओपिओइड को सुरक्षित तरीके से नष्ट न करना बेहद जरूरी है. अगर गलती से इनका इस्तेमाल बच्चे कर लें तो यह उनके लिए नुकसानदेह हो सकता है.

यह भी पढ़ें- कैंसर जागरूकता दिवस, जांच में क्रांति, लिक्विड बायोप्सी जल्द बताएगी बीमारी

नई दिल्ली: कई लोगों की तरह आपके पास भी कुछ पुरानी या एक्सपायर हो चुकी दवाएं रखी होंगी, लेकिन क्या आपने कभी पैकेजिंग पर उनकी एक्सपायरी डेट की जांच की है, शायद नहीं. अगर आप भी बिना डेट चेक किए दवाओं का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है. इसलिए कोई भी दवा लेने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें.

पुरानी दवाइयों, जैसे कि टॉपिकस जैल, लिक्विड या एक्सपायर हो चुकी गोलियों का इस्तेमाल करने से आपकी सेहत ठीक नहीं हो सकती. इतना ही नहीं इनका सेवन करने से हो सकता आपको ठीक भी महसूस न हो. ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि अगर आप एक्सपायर दवाओं का सेवन नहीं कर सकते तो आखिर इनका क्या करें?

एक्सपायर हो चुकी दवाओं का क्या करें?
मेडिलाइन प्लस के मुताबिक सबसे पहले दवा के लेबल को पढ़ें और उसमें दिए गए स्पेसिफिक डिस्पोजल निर्देश का पालन करें. इसका अलावा एक्सपायर, अनवॉन्टिड या इस्तेमाल न की गई दवा को रिटेल शॉप, अस्पताल या क्लिनिक फार्मेसी और कानून प्रवर्तन सुविधाओं में वापस कर सकते हैं.

इन स्थानों पर कियोस्क या ड्रॉप बॉक्स होते हैं, जहां एक्सपायर हो चुकी दवाइयों को सुरक्षित रूप से डिस्पोज करने के लिए छोड़ा जा सकता है. अगर आपके आस-पास ये सुविधाएं नहीं हैं, तो चेक करें कि दवा FDA फ्लश सूची में है या नहीं. अगर यह फ्लश सूची में है, तो आप इसे शौचालय में फ्लश कर सकते हैं.

नाली में न बहाएं दवाएं
अगर दवाएं फ्लश लिस्ट में शामिल नहीं तो उन्हें फ्लश नहीं करना चाहिए और न हीं उन्हें नाली में नहीं डालना चाहिए.दवाइयों में ऐसे रसायन होते हैं जो पर्यावरण में विघटित नहीं हो सकते. जब इन्हें नाली में बहा दिया जाता है, तो उसके अवशेष हमारे जल संसाधनों को प्रदूषित कर सकते हैं. इससे मछलियां और अन्य समुद्री जीव प्रभावित हो सकते हैं. ये अवशेष हमारे पीने के पानी में भी मिल सकते हैं. ऐसे में दवाओं को शॉप, अस्पताल या क्लिनिक फार्मेसी और कानून प्रवर्तन सुविधाओं में वापस करने की कोशिश करें.

एक्सपायर दवाएं यूज करने के नुकसान
यूएस फूड एंड ड्रग्स की रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपायर हो चुकी दवाइयां लेने से कुछ जोखिम होते हैं. दरअसल, एक्सपायर दवा की रासायनिक संरचना में बदलाव हो सकते हैं, जिससे मेडिकल प्रोडक्ट्स कम प्रभावी या जोखिम भरे हो सकते हैं.

कुछ एक्सपायर हो चुकी दवाओं में बैक्टीरिया के बढ़ने का जोखिम होता है और कम शक्तिशाली एंटीबायोटिक्स संक्रमण का इलाज करने में विफल हो सकते हैं, जिससे अधिक गंभीर बीमारियाँ और एंटीबायोटिक प्रतिरोध हो सकता है.

एक बार दवा एक्सपायर हो जाने के बाद इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि दवा सुरक्षित और प्रभावी रहेगी या नहीं. अगर आपकी दवा एक्सपायर हो चुकी है, तो उसका इस्तेमाल न करें.

ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) के अनुसार बहुत से लोग नहीं जानते कि अपनी दवा की अलमारियों से जवाओं को कैसे हटाया जाए. पुरानी दवाओं, खासकर ओपिओइड को सुरक्षित तरीके से नष्ट न करना बेहद जरूरी है. अगर गलती से इनका इस्तेमाल बच्चे कर लें तो यह उनके लिए नुकसानदेह हो सकता है.

यह भी पढ़ें- कैंसर जागरूकता दिवस, जांच में क्रांति, लिक्विड बायोप्सी जल्द बताएगी बीमारी

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