मैनपुरी : करीब तीन माह पूर्व हुई किशोरी की हत्या का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस हत्या के इस मामले में किशोरी के मां-बाप समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. किशोरी की घर में गला दबाकर हत्या कर दी गई थी. विरोधियों को फंसाने के लिए हत्या का आरोप दो लोगों पर लगाया गया था. हालांकि पुलिस की जांच में सामने आया कि यह ऑनर किलिंग थी. घरवाले किशोरी के चाल-चलन पर शक करते थे, इसीलिए उसे मार डाला. पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है.
बिछवा थाना क्षेत्र के गांव नगला हरकेशी में 30 अक्टूबर 2023 को 14 वर्षीय गायब हो गई थी. किशोरी घर से कुरावली दवा लेने निकली थी. बाद में उसका शव एटा के थाना मलावन में मिला था. मामले में दो लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकद्दमा दर्ज हुआ था. 13 दिसंबर को विवेचना बिछवा थाने में स्थानांतरण कर दी गई. क्षेत्राधिकारी भोगांव सुनील कुमार और थानाध्यक्ष अवनीश त्यागी ने मुखबिर के जरिए और सीसीटीवी के आधार पर जांच की तो शक की सूई घरवालों की तरफ ही मुड़ी. छानबीन के बाद किशोरी की हत्या में उसके पिता, मां, बुआ, मौसा और अन्य लोग शामिल पाए गए गए.
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि 14 साल की किशोरी का शव मलावन थाना क्षेत्र में मिला था. इस मामले में दिनेश कुमार और विशेष निवासी नगला हरकेसी के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था. पुलिस की जांच में घटना का चौंकाने वाला खुलासा हुआ. सामने आया कि अपने विरोधियों को फंसाने के लिए किशोरी के पिता किशनपाल ने साजिश की. पुलिस के मुताबिक किशनपाल काफी शातिर किस्म का है और उस पर विभिन्न थानों में 24 मुकदमे दर्ज हैं. इस हत्या में किशनपाल, उसकी पत्नी सुधा, बहन बेबी भी शामिल रहीं. पुलिस के मुताबिक किशनपाल के साड़ू अखिलेश निवासी गोविंदपुर, थाना भोगांव और उसके दोस्त रजनीश निवासी नगला जुला कुरावली भी इस षडयंत्र का हिस्सा रहे.
सुबह घर में गमछे से गला दबाकर किशोरी की हत्या कर दी गई. इसके बाद उसका शव एटा में ले जाकर ठिकाने लगा दिया. किशनपाल ने पुलिस को बताया कि वह अपनी बेटी के चाल चलन से खुश नहीं था. उसे कई बार मना किया लेकिन वह उसकी नहीं सुनती थी. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.