मथुरा : श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि शाही ईदगाह मस्जिद के पास विवादित स्थल कृष्ण कूप की पूजा करने का ऐलान किया गया था. सोमवार को हिंदूवादी नेता बिना अनुमति के पूजा करने जा रहे थे, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
बता दें कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि शाही ईदगाह मस्जिद के पास प्राचीन कृष्ण कूप की पूजा करने के लिए श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा सहित कई लोग बिना अनुमति के जा रहे थे. पुलिस ने इन सभी को हिरासत में ले लिया. हिंदूवादी संगठन ने पहले ही ऐलान किया था कि 1 अप्रैल और 2 अप्रैल को प्राचीन कृष्ण कूप की पूजा करेंगे. इसकी अनुमति जिला प्रशासन द्वारा कई बार मांगी गई थी, लेकिन संवेदनशील स्थान होने के कारण अनुमति नहीं मिली. प्राचीन कृष्ण कूप स्थान पर होली के बाद बसोड़े पर सप्तमी और अष्टमी को पूजा की जाती है. इसके लिए जिला प्रशासन के साथ ही हाईकोर्ट में भी प्रार्थना पत्र संगठन द्वारा दिया गया, लेकिन अनुमति नहीं मिली.
जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए
श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर और शाही ईदगाह परिसर के पास जिला प्रशासन ने सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए हैं. बैरिकेडिंग के साथ अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और शाही ईदगाह मस्जिद की तरफ जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की चेकिंग की जा रही है. महिलाओं का आधार पहचान पत्र चेक किया जा रहा है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने बताया जिला प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की अनुमति नहीं दी गई है. मंदिर और मस्जिद की तरफ जाने वाले व्यक्ति की चेकिंग की जा रही है. विवादित स्थान पर जाने की किसी को अनुमति नहीं है.