शिमला: पहाड़ों की रानी शिमला में सीजन की पहली बर्फबारी शुरू हो गई है. आज सुबह से शिमला शहर में हल्की बारिश हो रही थी. वहीं, अब बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. बर्फ की बड़े-बड़े फाहे रिज मैदान सहित शहर के अन्य हिस्सों में पड़ रहे हैं. वहीं, बर्फबारी देखकर पर्यटक भी झूम उठे हैं. काफी तादाद में पर्यटक बर्फबारी देखने के लिए शिमला पहुंचे हुए हैं. बीते दिन शिमला की ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी की सूचना मिलने के बाद साथ लगते राज्यों से काफी तादाद में पर्यटक शिमला पहुंचे और अब राजधानी में ताजा बर्फबारी में खूब मस्ती कर रहे हैं.
भारी बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट: वहीं, भारी बर्फबारी के चलते शहर के कई मार्ग अवरुद्ध हो चुके हैं. सड़क पर काफी ज्यादा बर्फ जमा हो चुकी है, जिससे फिसलन बढ़ गई है. मौसम विभाग की ओर से आज प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के अलर्ट के बाद शिमला सहित प्रदेश के कई हिस्सों में जमकर बर्फबारी हो रही है. राजधानी शिमला में भी बर्फ गिरने का सिलसिला जारी है. शिमला शहर में करीब 2 इंच से ज्यादा बर्फ गिर चुकी है. मौसम विभाग की ओर से आज रात को भी बर्फ गिरने की आशंका जताई गई है.
बागवानों के लिए राहत भरी बर्फबारी: इसके अलावा शिमला के बागवानों ने भी बर्फबारी के चलते राहत भरी सांस ली है. राजधानी के आसपास के क्षेत्रों में सेब के बगीचों में सूखा पड़ा हुआ था, लेकिन अब बर्फबारी होने के चलते सेब के बगीचे फिर से लहलहा उठेंगे. मौसम विभाग शिमला ने 4 फरवरी तक प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है. प्रदेश के निचले और मैदानी इलाकों में भी जमकर बारिश हो रही है. जिससे प्रदेशभर में तापमान बहुत ज्यादा कम हो गया है और कड़ाके की ठंड पड़ रही है. हालांकि ये हाड़ कंपा देने वाली ठंड में पर्यटकों को ताजा बर्फबारी का लुत्फ उठाने से नहीं रोक पा रही है.
बर्फबारी से सड़कें अवरूद्ध: हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटों से बारिश-बर्फबारी का दौर जारी है. भारी बर्फबारी के चलते प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में पहाड़ बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं. जहां एक ओर सैलानी जमकर ताजा बर्फबारी का आनंद उठा रहे हैं. वहीं, पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खुशी से खिल गए हैं. भारी बर्फबारी के चलते अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. प्रदेश भर में बर्फबारी के चलते 220 सड़कें यातायात के बंद हो गई हैं. वहीं, 450 ट्रांसफार्मर भी बंद हो चुके हैं. इसके अलावा पेयजल परियोजनाएं भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है. जिसके चलते लोगों को भारी समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है.