शिमला: हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से लग रहे राजनीतिक कयासों पर आखिरकार विराम लग गया है. कांग्रेस के 6 बागी नेताओं ने आज दिल्ली में भाजपा ज्वाइन कर ली है. दिल्ली में भाजपा कार्यालय में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, बीजेपी महासचिव अरुण सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, देवेंद्र भुट्टो, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर और इंद्र दत्त लखनपाल ने कमल थाम लिया. इस दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, नेता विपक्ष जयराम ठाकुर और हिमाचल से बीजेपी के राज्यसभा सदस्य हर्ष महाजन मौजूद रहे. इसके अलावा हिमाचल के 3 निर्दलीय विधायकों ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है. इनमें केएल ठाकुर, आशीष शर्मा और होशियार सिंह शामिल हैं.
कांग्रेस और सुक्खू सरकार निशाने पर
बीजेपी में शामिल होने के बाद इन सभी नेताओं ने कांग्रेस पार्टी और खासकर हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधा है. कांग्रेस के बागियों ने खुद की अनदेखी का आरोप लगाया तो निर्दलीय विधायकों के मुताबिक इस सरकार में कोई भी काम नहीं हो रहा है. इन सभी ने बीजेपी में शामिल होने के बाद पीएम मोदी और बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व का शुक्रिया किया.
"हम स्वेच्छा से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे हैं. हम प्रदेश के विकास, जनहित के लिए चुनकर आए थे. जब प्रदेश में विकास के लिए काम करने का वातावरण ना रहे, लगातार आत्म सम्मान को ठेस पहुंचती रहे. तो ऐसी परिस्थिति पैदा होती है. देश में कांग्रेस इसलिये खत्म हो रही है क्योंकि पार्टी के पास देश के प्रति कोई विजन नहीं. कांग्रेस को पता ही नहीं है कि करना क्या है. कांग्रेस सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी की अलोचना करना जानती है. बीजेपी ने राज्यसभा में हिमाचल का उम्मीदवार उतारा, हमने उनके पक्ष में वोट डाला. जो कांग्रेस ने उम्मीदवार दिया था वो सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मामले में दूसरे पक्ष में वकील थे. हमने प्रदेश के हित में अपना वोट दिया. हम चाहते हैं कि हमारा योगदान प्रदेश के विकास और राष्ट्र निर्माण में हो. इसलिये हम बीजेपी ज्वाइन कर रहे हैं." - सुधीर शर्मा, बीजेपी नेता
"हिमाचल में पिछले लगभग सवा साल से चुने हुए लोगों को अपमानित किया जा रहा था. चुनावों में जो वादे और गारंटियां दी गई थी, हमारी जनता हमसे पूछती थी कि वादों का क्या हुआ. सभी चीजों से समझौता हो सकता है लेकिन स्वाभिमान से समझौता नहीं हो सकता. हम सभी लोग स्वाभिमानी हैं. कांग्रेस का हाइकमान कहीं नजर नहीं आता है. मुख्यमंत्री से बात करते थे तो सुनवाई नहीं होती थी, राष्ट्रीय नेतृत्व भी सुनवाई नहीं करता. यही वजह है कि देश में कांग्रेस का ये हाल हुआ है. आने वाले समय में और बुरा हाल होगा. हम स्वेच्छा से बीजेपी में शामिल हुए हैं. आज हिमाचल की गाड़ी बैक गियर में चल रही है और आने वाले समय में हम मिलकर प्रदेश को फॉरवर्ड गियर में ले जाएंगे. जैसे देश आगे बढ़ रहा है वैसे ही हिमाचल भी आगे बढ़ेंगा.- राजेंद्र राणा, बीजेपी नेता
"हमारे प्रदेश का बहुत बुरा हाल है. पिछले 15 महीनों से कोई काम नहीं हो रहा. राज्यसभा चुनाव में हमने बीजेपी उम्मीवार हर्ष महाजन को वोट दिया तो हिमाचल सरकार ने हमें प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. एफआईआर की गई, चुने हुए प्रतिनिधि के परिवार पर मामला दर्ज किया गया. जो लोकतंत्र का गला घोंटना है. इसलिये हमने अपने पद से इस्तीफा दिया और बीजेपी में शामिल हुए. हमारे लिए खुशी का विषय है कि आज हम विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी में शामिल हुए हैं. हम पीएम मोदी की ताकत बढ़ाएंगे. हम एक निर्दलीय के नाते किसी दल के लिए काम नहीं कर सकते थे. इसलिये हमने अपनी विधायकी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं. हमारे इस कदम से हमारा प्रदेश मजबूत होगा."- होशियार सिंह, बीजेपी में शामिल होने वाले निर्दलीय विधायक
इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे उन्होंने इन सभी विधायकों का बीजेपी में स्वागत किया और कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ हिमाचल में कांग्रेस की सरकार को आड़े हाथ लिया. जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस के राज में जनता से लेकर जनप्रतिनिधि तक कोई भी खुश नहीं है. वहीं अनुराग ठाकुर के मुताबिक इन नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के बाद हिमाचल में कांग्रेस का सफाया हो गया है.
"6 विधायकों ने पार्टी की सदस्यता छोड़ कांग्रेस के छक्के छुड़ाकर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था. अब तीन निर्दलीयों ने भी बीजेपी ज्वाइन की है. कांग्रेस हिमाचल में अपनी स्ट्रेंथ 43 बताती थी लेकिन अगर 9 बीजेपी में शामिल हो गए हैं तो आज कांग्रेस की स्थिति क्या है, समझा जा सकता है. इन सभी नेताओं को बीजेपी में पूरा सम्मान मिलेगा"- अनुराग ठाकुर, केंद्रीय मंत्री
"ये हिमाचल में बहुत बड़ी घटना है. ये कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा संदेश है. 15 महीने की सरकार में कार्यशैली सवालों में है. हिमाचल में न जनता खुश है, ना कार्यकर्ता और ना ही नेता. कांग्रेस में इन नेताओं को सम्मान नहीं मिल रहा था, जिसके वो हकदार थे. इन्होंने बड़ा कदम उठाते हुए बीजपी में शामिल हुए हैं. हम भरोसा दिलाते हैं कि पार्टी में पूरा स्थान, सम्मान और पहचान मिलेगी"- जयराम ठाकुर, पूर्व सीएम, हिमाचल प्रदेश
इन सभी ने की थी राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग
गौरतलब है कि हिमाचल में 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी. 3 निर्दलीय विधायकों ने भी अपना वोट बीजेपी उम्मीदवार को दिया था. कांग्रेस विधायकों के क्रॉस वोटिंग के कारण राज्यसभा की जो सीट सीधे-सीधे कांग्रेस की झोली में आ रही थी, वो बीजेपी जीत गई. जिसके बाद इन विधायकों द्वारा व्हिप का उल्लंघन करने की शिकायत स्पीकर से की गई थी. 29 फरवरी को हिमाचल विधानसभा के स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इन 6 कांग्रेस विधायकों को अयोग्य करार दिया था. जिसके बाद हिमाचल विधानसभा की 6 सीटें खाली हो गई थीं. क्रॉस वोटिंग के बाद से कांग्रेस के 6 बागी और 3 निर्दलीय विधायक हिमाचल से बाहर ही हैं. वो सबसे पहले पंचकूला के एक होटल में रुके थे उसके बाद ऋषिकेश और फिर दिल्ली में डेरा डाला था. शुक्रवार को 3 निर्दलीय विधायक करीब 25 दिन बाद शिमला पहुंचे और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद कयास लग रहे हैं कि अगर ये तीन सीटें भी खाली हो जाती हैं तो हिमाचल में 9 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो सकता है. इसका अंतिम फैसला चुनाव आयोग लेगा.