शिमला: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करके सुक्खू सरकार को खतरे में डालने वाले विधायकों पर गाज गिरी है. हिमाचल विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इन 6 कांग्रेस विधायक को अयोग्य घोषित कर दी है. अब ये विधायक हिमाचल विधानसभा सदन के सदस्य नहीं रहे. फिलहाल कांग्रेस के ये बागी विधायक पंचकूला में हैं. अब देखना होगा कि इन विधायकों का आगे क्या रुख रहता है?
क्रॉस वोटिंग करने की मिली सजा: हिमाचल राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करके बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में वोट किए. जि की वजह से बहुमत के बाद भी कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी चुनाव हार गए. ऐसे में विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इन बागी विधायकों पर एक्शन लेते हुए, इन्हें अयोग्य करार दिया है.
कांग्रेस के 6 विधायक अयोग्य घोषित: राज्यसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 कांग्रेस विधायक की सदस्यता खत्म हो गई. जिन विधायकों को स्पीकर ने अयोग्य करार दिया, उनमें राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, देवेंद्र भुट्टो, इंद्रदत्त लखनपाल और चैतन्य शर्मा शामिल हैं. जिनको अयोग्य करार दिया है.
सुधीर शर्मा: धर्मशाला सीट से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा ने पिछले कई दिनों से सुक्खू सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था. सोशल मीडिया और मीडिया के जरिए वो अपनी ही सरकार को सवालों के कटघरे में लगातार खड़ा कर रहे थे. वहीं, अगर सुधीर शर्मा का राजनीतिक सफर देखें तो साल 2003, 2007 और 2012 में वे विधायक रह चुके हैं. वहीं, 2022 में वो चौथी बार विधानसभा पहुंचे. वीरभद्र सरकार में सुधीर शर्मा मंत्री भी रह चुके हैं.
राजेंद्र राणा: सुजानपुर विधानसभा सीट से राजेंद्र राणा विधायक हैं. इन्होंने भी बीते कुछ वक्त से लगातार अपनी सरकार पर हमलावर थे. वो लगातार तीन बार से विधायक हैं. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में में राजेंद्र राणा ने तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को चुनाव हराया था.
इंद्रदत्त लखनपाल: इंदरदत्त लखनपाल हमीरपुर जिले की बड़सर विधानसभा से विधायक हैं. वो लगातार 2012, 2017 के बाद 2022 में लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं.
देवेंद्र कुमार भुट्टो: देवेंद्र कुमार भुट्टो ऊना जिले की कुटलैहड़ विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक हैं. वो 2022 में पहली बार विधायक बने हैं.
रवि ठाकुर: लाहौल स्पीति से कांग्रेस विधायक रवि ठाकुर ने भी क्रॉस वोटिंग की है. वो 2012 के बाद 2022 में दूसरी बार विधायक बने हैं.
चैतन्य शर्मा: ऊना जिले की गगरेट सीट से चैतन्य शर्मा कांग्रेस विधायक हैं, 2022 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर वो पहली बार विधायक बने थे.
स्पीकर ने किया अयोग्य घोषित: कांग्रेस के खिलाफ जाकर बीजेपी के पक्ष में वोट करने वाले 6 बागी विधायकों को स्पीकर ने अयोग्य घोषित कर दिया है. स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा, इन सभी बागी 6 विधायकों ने दल बदल कानून का उल्लंघन किया है. इसलिए मैं इन 6 बागी कांग्रेस विधायकों को विधानसभा से बर्खास्त करता रहा हूं. इन विधायकों में सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, रवि ठाकुर, देवेंद्र भुट्टो, इंद्रदत्त लखनपाल और चैतन्य शर्मा का नाम शामिल हैं. इस आदेश के बाद से ये सभी बागी विधायक हिमाचल विधानसभा के सदस्य नहीं रहेंगे.
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