नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को भविष्यवाणी की है कि 15-19 जून तक दिल्ली, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब सहित उत्तरी भारत में लू से लेकर भीषण लू की स्थिति बनी रहने की संभावना है. पिछले चार हफ्तों से उत्तर, उत्तर-पश्चिम और मध्य तथा दक्षिण के इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है. कई राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में रिकॉर्ड तोड़ तापमान दर्ज किया जा रहा है.
यहां तक कि पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई जिलों में भी अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है. हिमाचल प्रदेश के ऊना में अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि शिमला में शनिवार को फिर से 30 डिग्री सेल्सियस का आंकड़ा पार करते हुए 31 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से पांच डिग्री अधिक है.
अन्य राज्यों में लू की स्थिति: राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर प्रदेश के लिए मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के लिए ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किए हैं, क्योंकि अधिकतम तापमान 44-46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा. शनिवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. 15 जून को पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में और 16 जून को उत्तराखंड में भी लू चलने का अनुमान है, जबकि शनिवार को झारखंड और उत्तराखंड में भी इसी तरह की स्थिति रहने की संभावना है.
15-17 जून के दौरान पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश और जम्मू के कुछ हिस्सों में, 15-16 जून को पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश में और 15 जून को उत्तरी छत्तीसगढ़ में लू चलने की संभावना है. आईएमडी ने अपने बुलेटिन में कहा कि आज यानी 15 जून को पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली और 15-16 जून को उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में रात में गर्म मौसम रहने की संभावना है.
आईएमडी के अनुसार, देश ने पिछले दशक में सबसे ज्यादा हीटवेव वाले दिनों का अनुभव किया गया है. मौसम निकाय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, ओडिशा (27) में सबसे ज्यादा हीटवेव दिन दर्ज किए गए हैं, उसके बाद राजस्थान (23), गंगीय पश्चिम बंगाल (21), हरियाणा (20), चंडीगढ़ (20), दिल्ली (20) और पश्चिमी उत्तर प्रदेश (20) का स्थान है.
इसी तरह, जिन राज्यों में हीटवेव के प्रभाव की संभावना नहीं है, वहां इस बार चिंताजनक रुझान देखने को मिला है, क्योंकि जम्मू कश्मीर में 6 दिन हीटवेव, हिमाचल प्रदेश (12) और उत्तराखंड (2) में हीटवेव देखी गई है. इस महीने की शुरुआत में, भारत में मई के महीने में रिकॉर्ड तोड़ हीटवेव पर क्लाइमेटमीटर 1.5°C की एक रिपोर्ट के अनुसार, "तापमान में यह वृद्धि मुख्य रूप से मानव-चालित जलवायु परिवर्तन के कारण है.
इसे एक बहुत बड़ी अनोखी घटना बताते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि मानव द्वारा प्रेरित जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक जलवायु परिवर्तनशीलता, दोनों ने भारत में मई 2024 में गर्मी को बढ़ाने में भूमिका निभाई.
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