बेंगलुरु: यौन शोषण और अपहरण के आरोपों का सामना कर रहे कर्नाटक के पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने 14 मई तक सात दिनों की न्यायाकि हिरासत में भेज दिया. 66 वर्षीय रेवन्ना को 8 मई को मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. इससे पहले रेवन्ना विशेष जांच दल (एसआईटी) की हिरासत में थे. बता दें कि, अपहरण मामले में इससे पहले कोर्ट ने उनकी अंतरिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी. एसआईटी ने एचडी रेवन्ना की जमानत याचिका पर आपत्ति जताने के लिए कोर्ट से 7 दिनों का समय मांगा है. बता दें कि, एसआईटी ने पीड़ित महिला के अपहरण के केस में एचडी रेवन्ना को शनिवार को गिरफ्तार किया था. आज (8) मई को उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
कर्नाटक में महिला यौन शोषण मामले ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है. जिसको लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस और बीजेपी -जद(एस) आपस में भिड़ गए हैं. राज्य सरकार ने मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. वहीं बीजेपी और जद(एस) और अन्य एनडीए सहयोगियों की मांग है कि, इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दिया जाए. बता दें कि, लोकसभा चुनाव के बीच प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े कथित अश्लील वीडियो वायरल होने लगे थे.
कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. नागलक्ष्मी चौधरी ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और राज्य पुलिस प्रमुख आलोक मोहन को पत्र लिखकर हासन अश्लील वीडियो की जांच की मांग की, जिसके बाद कांग्रेस सरकार ने 28 अप्रैल को मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया. हासन से एनडीए उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले प्रज्वल ने कथित तौर पर मतदान के एक दिन बाद 27 अप्रैल को देश छोड़ दिया. वह एसआईटी के समक्ष पेश होने के लिए जारी समन में शामिल नहीं हुए.
क्या बोले कर्नाटक के गृह मंत्री?
जेडीएस नेता एचडी रेवन्ना के खिलाफ अपहरण मामले पर कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने एसआईटी की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि, कुमारस्वामी जानते हैं कि सिस्टम कैसे काम करता है...हमें विभाग पर विश्वास करने की जरूरत है.
ये भी पढ़ें: अपहरण मामले में एचडी रेवन्ना अरेस्ट, SIT ने देवेगौड़ा के घर से किया गिरफ्तार, प्रज्वल की बढ़ी मुश्किलें!