हजारीबाग: हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के चुनाव में अब सिर्फ 9 दिन बचे हैं. ऐसे में विभिन्न सांसद प्रत्याशियों ने अपना चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. चुनाव कार्यालय और प्रचार वाहन भी मैदान में दिखने लगे हैं.
हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से एनडीए समर्थित बीजेपी प्रत्याशी मनीष जयसवाल पिछले 69 दिनों से क्षेत्र में दस्तक दिए हुए हैं और लगातार क्षेत्र में तूफानी जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं. जनसंपर्क अभियान के दौरान ईटीवी भारत संवाददाता ने भाजपा के सांसद प्रत्याशी मनीष जायसवाल से खास बातचीत की है. इस दौरान कई सारे सवाल किए गए, जिनके मनीष जायसवाल ने जवाब दिए.
सवाल : किन-किन मुद्दों को लेकर आप जनता के बीच जा रहे हैं?
जवाब : विकास, गरीब कल्याण के मुद्दे को लेकर आम जनता के बीच में जा रहे हैं. उनका भरपूर सहयोग भी मिल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो काम किए हैं उस काम के बारे में जनता को बताया जा रहा है. साथ ही आने वाले दिनों में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनती है तो क्या सौगात आम जनता को दिए जाएंगे, इसे लेकर प्रत्येक व्यक्ति से समर्थन मांगा जा रहा है.
सवाल : क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर आज भी है?
जवाब : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आगे बढ़ाने का काम किया है. इसके साथ ही देश के गरीबों को मान-सम्मान देकर उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने का काम किया है. पूरी दुनिया में देश का सम्मान बढ़ा है. उन्होंने जो काम किया है वह अद्भुत है. यह उनकी खूबी है कि आज जहां भी जनसंपर्क या रोड शो हो रहा है, वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जयकारे सुनाई दे रहे हैं. आम जनता प्रधानमंत्री के नाम पर ही वोट देने को उत्सुक दिख रही है. इसी का परिणाम है कि हमें जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है.
सवाल : कितने दिनों से जनसंपर्क अभियान चल रहा और किन-किन गांवों तक आपकी पहुंच बनी है?
जवाब : अब तक जनसंपर्क के 68 दिन हो गये हैं. हम 1200 गांवों तक पहुंचने में सफल रहे हैं. जिन 1200 गांवों तक पहुंच बनाई गई है, वहां विकास के एजेंडे पर ही वोट करने की अपील की जा रही है. गांव के लोगों को बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किस वर्ग के लिए कौन सी योजना बनाई है. इससे क्या लाभ हो रहा है? आने वाले समय में केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य और बिजली पर विशेष रूप से काम करने की योजना तैयार की है. जनता का आशीर्वाद मिला और केंद्र में भाजपा की सरकार आयी तो गरीब कल्याण योजना चलायी जायेगी.
सवाल : इन दिनों हजारीबाग में भाजपा कार्यकर्ता त्यागपत्र दे रहे हैं इसे किस रूप में देखा जाए?
जवाब : पार्टी और सिंबल से जुड़े कार्यकर्ता इस्तीफा नहीं दे रहे हैं. सभी कार्यकर्ता मजबूती से खड़े हैं. गांव में भी एक छोटे से कार्यक्रम में 100 से अधिक कार्यकर्ता जुट रहे हैं, जो पार्टी की ताकत को दर्शाता है. कमल निशान से जुड़े एक भी कार्यकर्ता ने इस्तीफा नहीं दिया है. वे लोग इस्तीफा दे रहे हैं जो किसी व्यक्ति विशेष से जुड़े थे. बीजेपी कार्यकर्ता खुश हैं. कुछ लोगों ने पार्टी को हाईजैक कर लिया था. अब पार्टी को ऐसे लोगों से मुक्ति मिल गयी है.
सवाल : यशवंत सिन्हा आपके ऊपर निशाना साध रहे हैं लेकिन आप कोई बयान नहीं दे रहे हैं. आखिर इसके पीछे का कारण क्या है?
जवाब : यशवंत सिन्हा इस बात से नाराज नहीं हैं कि मनीष जायसवाल को टिकट मिला है. वह इस बात से नाराज हैं कि भारतीय जनता पार्टी ने उनके बेटे का टिकट काट दिया है. अगर खिसियानी बिल्ली खंभा नोंच रही हो तो मैं उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता. मैं अपनी गरिमा खराब नहीं करना चाहते हैं. आज भी वे आदरणीय और बुजुर्ग हैं. उन्हें सम्मान देना मेरा कर्तव्य है.
सवाल :अगर आप सांसद बने तो आपका ड्रीम प्रोजेक्ट क्या होगा?
जवाब : हजारीबाग में विस्थापन और रोजगार एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है. विस्थापितों की संख्या बढ़ी है. विस्थापन का दंश कैसे खत्म हो और उनके लिए बेहतर काम हो सके, इसे लेकर सरकार तक हजारीबाग कीआवाज उठायेंगे. इस समस्या का समाधान भी होगा.
सवाल: इस बार जीत का अंतर कितना रहने वाला है?
जवाब : बीजेपी जीत के अंतर के लिए काम नहीं करती. माना जाता है कि 80 फीसदी आबादी बीजेपी की विचारधारा का समर्थन करती है. इस कारण कुल वोट का 80 फीसदी वोट मिलना चाहिए.
सवाल : वर्तमान समय में कम वोटिंग प्रतिशत को किस प्रकार देखा जाना चाहिए?
जवाब : वोटिंग प्रतिशत में कमी के तीन कारण हो सकते हैं - इलेक्शन का टाइम, पलायन और गर्मी. चुनाव आयोग को इसकी चिंता करनी चाहिए. आयोग को 6 महीने पहले या 6 महीने बाद चुनाव कराने का अधिकार है.
अंत में मनीष जायसवाल ने हजारीबाग वासियों से 20 मई को अपने घरों से निकल कर अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की. मनीष जायसवाल ने हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के बरही विधानसभा, रामगढ़ विधानसभा, मांडू विधानसभा, बड़कागांव विधानसभा और सदर विधानसभा क्षेत्र के अधिकतर पंचायतों का दौरा पूर्ण कर लिया है और क्षेत्र के छूटे हुए गांवों तक पहुंचने की उनकी कवायद जारी है.