बदायू: हाथरस में भोले बाबा के सत्संग मची भगदड़ की 121 से लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. इस हादसे में आसपास के कई जिलों के लोगों की मौत हुई है. सत्संग हादसे की इतनी भयावनक तस्वीरें सामने आई हैं, जो रूह कंपा देने वाली हैं. हादसे के बाद जिस तरह अस्पतालों और कार्यक्रम स्थल पर लाशें बिछीं थी, उससे लोगों का कलेजा कांप गया. ऐसा ही कुछ हुआ बदायूं की युवती के साथ. चारों ओर लाशें देखकर 18 वर्षीय युवती को हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई.
जानकारी के अनुसार हाथरस हादसे में बदायूं से गये 6 लोगों की मौत हुई है. बदायूं के बिल्सी कस्बे से एक बस गई थी, जिसमें इस्लामनगर, फैजगंज, बेहटा, सहसवान की अधिकांश महिलाएं थी. बिल्सी कस्बे की रोशनी (18) पुत्री कैलाश, गांव फतेहनगला निवासी वीरवती (55), बिसौली निवासी कुसुमा (38) पत्नी ज्ञान सिंह, इस्लामनगर की धर्मवती (44) पत्नी जगपाल, बिल्सी की मंगू देवी (60), सहसवान के गांव करियाबेन निवासी पिंकी (25) की इस हादसे में मौत हुई है. पोस्टमार्टम के बाद शवों को आज सुबह डेड बॉडी घर भेजे थे.
पोस्टमार्टम के बाद बिल्सी कस्बे की रोशनी 18 शव घर पहुंचा तो बड़ी संख्या में लोग हादसे का कारण जानने और शोक व्यक्त करने पहुंचे. परिजनों ने बताया कि रोशनी की मौत भगदड़ में दबने से नहीं हुई थी. बल्कि शवों को देखने के बाद उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है. रोते हुए मां कमला देवी ने रोशनी सत्संग में सेवा करने उसके साथ गई थी. रोशनी सत्संग में पानी लोगों को पिला रही थी. जब भगदड़ हुई तब भी वह लोगों को पानी पिला रही थी. उसे अंदेशा था कि कही उसकी मां घायल न हो गई हो. इसलिए वह घायलों के साथ अस्पताल पहुंच गई थी. अस्पताल जाते समय उसकी अपने मामा से बात भी हुई तो उसने बताया की मैं ठीक हूं. लेकिन अस्पताल में लोगों के शव और रोता हुए देखकर उसे हार्ट अटैक पड़ गया और उसकी मौत हो गई. पूरी घटना बताई .
मृतका रोशनी के मामा का कहना है कि यह ढोंगी बाबा है, उसे जेल जाना चाहिए. बाबा के गलत बयानों पर यह पूरी घटना हुई है, जिसमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं. ढोंगी बाबा की वजह से उसकी भांजी समेत सैंकड़ों लोगों की मौत हुई है.