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लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों को ट्रांजिट रिमांड पर ले गयी हरियाणा पुलिस, मुजफ्फरपुर पुलिस ने किया था गिरफ्तार

गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई गिरोह के दो शार्प शूटर को बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया गया था. दोनों बस से नेपाल भाग रहे थे. दोनों शूटर की पहचान सुनील बारोलिया और शहनवाज शाहिद के रूप में की गयी. हरियाणा पुलिस दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ लेते गयी. पढ़ें, विस्तार से.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 7, 2024, 10:27 PM IST

लॉरेंस बिश्नोई गैंग
लॉरेंस बिश्नोई गैंग
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शूटर गिरफ्तार.

मुजफ्फरपुरः बिहार की मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो शूटर को सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर बॉर्डर इलाके से पकड़ा था. गिरफ्तार शूटर की पहचान राजस्थान के सुनील बारोलिया और सीतामढ़ी के शाहनवाज साहिल के रूप में हुई है. मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी पुलिस ने दोनों से पूछताछ करने के बाद हरियाणा पुलिस को गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी.

आगे की कार्रवाई हरियाणा पुलिस करेगीः सूचना पर हरियाणा पुलिस की विशेष टीम मुजफ्फरपुर पहुंची. दोनों शूटरों को कोर्ट में प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई. अब आगे की कार्रवाई हरियाणा पुलिस करेगी. मामले को लेकर एसएसपी राकेश कुमार ने बताया इन दोनों के खिलाफ राजस्थान और हरियाणा में कई मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि नेपाल जाने के लिए अपराधियों ने मुजफ्फरपुर का रास्ता तय किया था. ताकि, मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी होते हुए दोनों नेपाल भागने का प्रयास कर रहे थे. नेपाल भाग जाने के बाद इनको पकड़ना चुनौती होता.

"बिहार एसटीएफ, मुजफ्फरपुर पुलिस और सीतामढ़ी पुलिस ज्वाइंट ऑपरेशन चला रही थी. सूचना मिली थी की दो शातिर नेपाल की ओर जा रहे हैं. सूचना के आधार पर टीम छापेमारी कर रही थी. एक टीम सीतमढ़ी और दूसरी टीम मुजफ्फरपुर में थी. इस दौरान दोनों को पकड़ने में पुलिस को कामयाबी मिली."- राकेश कुमार, एसएसपी

मां-बेटे को गोली मारकर हुआ था फरारः पुलिस के अनुसार सुनील मूलरूप से जयपुर और शहनवाज सीतामढ़ी का रहने वाला है. शहनवाज रोहतक में रह रहा था. दोनों हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और यूपी में कई मामलों में वांटेड है. दोनों ने कथित रूप से 29 फरवरी को गोल्डी बराड़ से सुपारी लेकर रोहतक में मां और बेटे को 15 गोलियां मारी थी. इसमें 15 वर्षीय लड़के की मौत हो गई थी. दोनों दो बार जेल से फरार हो चुके है. हरियाणा क्राइम ब्रांच ने गैंग के शूटरों की तस्वीर जारी की थी. दोनों के मुजफ्फरपुर में होने की सूचना मिली थी. इसके बाद डीआईयू की टीम ने लोकेशन लेकर सीतामढ़ी में बस से दबोच लिया.

पहले भी पकड़े गए थे गिरोह के दो गुर्गेः लॉरेंस बिश्नोई गैंग का मुजफ्फरपुर से पहले भी जुड़ाव सामने आ चुका है. इससे पहले, हरियाणा के कई विधायकों, सांसदों और व्यवसायियों से रंगदारी मांगने के मामले में गिरोह के दो गुर्गों को मुजफ्फरपुर से दबोचा गया था. इनमें एक कांटी और एक गोपालगंज का रहने वाला था. दोनों को सदर थाने इलाके से गिरफ्तार करने के बाद हरियाणा क्राइम ब्रांच की टीम अपने साथ लेते गई थी. मुजफ्फरपुर और मोतिहारी के गुर्गों ने रंगदारी के रुपये हवाला के जरिए खातों में मंगवाए थे.

इसे भी पढ़ेंः बेतिया के डॉक्टर और व्यवसायी से लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर रंगदारी, पुलिस जांच में 'खोदा पहाड़ निकली चुहिया'

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शूटर गिरफ्तार.

मुजफ्फरपुरः बिहार की मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो शूटर को सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर बॉर्डर इलाके से पकड़ा था. गिरफ्तार शूटर की पहचान राजस्थान के सुनील बारोलिया और सीतामढ़ी के शाहनवाज साहिल के रूप में हुई है. मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी पुलिस ने दोनों से पूछताछ करने के बाद हरियाणा पुलिस को गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी.

आगे की कार्रवाई हरियाणा पुलिस करेगीः सूचना पर हरियाणा पुलिस की विशेष टीम मुजफ्फरपुर पहुंची. दोनों शूटरों को कोर्ट में प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई. अब आगे की कार्रवाई हरियाणा पुलिस करेगी. मामले को लेकर एसएसपी राकेश कुमार ने बताया इन दोनों के खिलाफ राजस्थान और हरियाणा में कई मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि नेपाल जाने के लिए अपराधियों ने मुजफ्फरपुर का रास्ता तय किया था. ताकि, मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी होते हुए दोनों नेपाल भागने का प्रयास कर रहे थे. नेपाल भाग जाने के बाद इनको पकड़ना चुनौती होता.

"बिहार एसटीएफ, मुजफ्फरपुर पुलिस और सीतामढ़ी पुलिस ज्वाइंट ऑपरेशन चला रही थी. सूचना मिली थी की दो शातिर नेपाल की ओर जा रहे हैं. सूचना के आधार पर टीम छापेमारी कर रही थी. एक टीम सीतमढ़ी और दूसरी टीम मुजफ्फरपुर में थी. इस दौरान दोनों को पकड़ने में पुलिस को कामयाबी मिली."- राकेश कुमार, एसएसपी

मां-बेटे को गोली मारकर हुआ था फरारः पुलिस के अनुसार सुनील मूलरूप से जयपुर और शहनवाज सीतामढ़ी का रहने वाला है. शहनवाज रोहतक में रह रहा था. दोनों हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और यूपी में कई मामलों में वांटेड है. दोनों ने कथित रूप से 29 फरवरी को गोल्डी बराड़ से सुपारी लेकर रोहतक में मां और बेटे को 15 गोलियां मारी थी. इसमें 15 वर्षीय लड़के की मौत हो गई थी. दोनों दो बार जेल से फरार हो चुके है. हरियाणा क्राइम ब्रांच ने गैंग के शूटरों की तस्वीर जारी की थी. दोनों के मुजफ्फरपुर में होने की सूचना मिली थी. इसके बाद डीआईयू की टीम ने लोकेशन लेकर सीतामढ़ी में बस से दबोच लिया.

पहले भी पकड़े गए थे गिरोह के दो गुर्गेः लॉरेंस बिश्नोई गैंग का मुजफ्फरपुर से पहले भी जुड़ाव सामने आ चुका है. इससे पहले, हरियाणा के कई विधायकों, सांसदों और व्यवसायियों से रंगदारी मांगने के मामले में गिरोह के दो गुर्गों को मुजफ्फरपुर से दबोचा गया था. इनमें एक कांटी और एक गोपालगंज का रहने वाला था. दोनों को सदर थाने इलाके से गिरफ्तार करने के बाद हरियाणा क्राइम ब्रांच की टीम अपने साथ लेते गई थी. मुजफ्फरपुर और मोतिहारी के गुर्गों ने रंगदारी के रुपये हवाला के जरिए खातों में मंगवाए थे.

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