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अशोक गहलोत को पार्टी ने सौंपी दोहरी जिम्मेदारी, इस राज्य में संभालेंगे पर्यवेक्षक की कमान - Haryana Election 2024

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 14, 2024, 6:48 PM IST

Ashok Gehlot New Responsibility, लंबी बीमारी के बाद एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस की मुख्यधारा में लौट गए हैं. दिल्ली जाने के साथ ही उन्हें पार्टी ने अहम जिम्मेदारी सौंपी है. राजस्थान के पड़ोसी राज्य में चुनाव के दौरान मुख्य पर्यवेक्षक काम करेंगे.

Ashok Gehlot
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर: कांग्रेस आलाकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आदेश जारी करते हुए अशोक गहलोत को सीनियर पर्यवेक्षक बनाया है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी आदेश के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गहलोत के अलावा राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया.

मई में स्लिप डिस्क के बाद बेड रेस्ट पर रहे गहलोत 3 महीने बाद सक्रिय राजनीति में लौटे हैं. दो दिन पहले गहलोत दिल्ली पहुंचे थे, जहां लगातार राजनीतिक मुलाकात के बाद उन्हें शुक्रवार को पार्टी ने हरियाणा में स्टार प्रचारक के रूप में जिम्मेदारी सौंपी थी और शनिवार को उन्हें सीनियर पर्यवेक्षक के रूप में एक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप दी. गौरतलब है कि पंजाब में प्रचार के दौरान गहलोत की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद वे 4 सितंबर को स्वास्थ्य लाभ लेकर फिर से सक्रिय हुए थे.

पढ़ें : हरियाणा चुनाव के लिए भाजपा ने जारी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट, राजस्थान से सीएम, डिप्टी सीएम सहित इन नेताओं के नाम - Haryana Election 2024

पहले भी रहे हैं हरियाणा के पर्यवेक्षक : पड़ोसी राज्य हरियाणा में पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बतौर पर्यवेक्षक साल 2005 के चुनाव में भी कमान संभाली थी. तब 90 सीटों में से कांग्रेस ने 67 पर जीत हासिल की थी. उस वक्त अशोक गहलोत के साथ वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी और पीएम सईद ने चुनावी बागडोर संभाली थी और भजनलाल बिश्नोई का विजयी रथ हरियाणा में रोक दिया था. उस चुनाव में गहलोत की रिपोर्ट पर ही कांग्रेस आलाकमान ने भूपेंद्र हुड्डा को हरियाणा में मुख्यमंत्री बनाया था.

अशोक गहलोत और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे अहमद पटेल ने मुख्यमंत्री के फैसले को लेकर तब अहम भूमिका निभाई थी. माना जा रहा है कि गहलोत को सीनियर पर्यवेक्षक बनाए जाने के पीछे पार्टी आलाकमान की सोच एक बार फिर ऐतिहासिक करिश्मा दोहराने को लेकर है.

जयपुर: कांग्रेस आलाकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आदेश जारी करते हुए अशोक गहलोत को सीनियर पर्यवेक्षक बनाया है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी आदेश के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गहलोत के अलावा राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया.

मई में स्लिप डिस्क के बाद बेड रेस्ट पर रहे गहलोत 3 महीने बाद सक्रिय राजनीति में लौटे हैं. दो दिन पहले गहलोत दिल्ली पहुंचे थे, जहां लगातार राजनीतिक मुलाकात के बाद उन्हें शुक्रवार को पार्टी ने हरियाणा में स्टार प्रचारक के रूप में जिम्मेदारी सौंपी थी और शनिवार को उन्हें सीनियर पर्यवेक्षक के रूप में एक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप दी. गौरतलब है कि पंजाब में प्रचार के दौरान गहलोत की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद वे 4 सितंबर को स्वास्थ्य लाभ लेकर फिर से सक्रिय हुए थे.

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पहले भी रहे हैं हरियाणा के पर्यवेक्षक : पड़ोसी राज्य हरियाणा में पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बतौर पर्यवेक्षक साल 2005 के चुनाव में भी कमान संभाली थी. तब 90 सीटों में से कांग्रेस ने 67 पर जीत हासिल की थी. उस वक्त अशोक गहलोत के साथ वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी और पीएम सईद ने चुनावी बागडोर संभाली थी और भजनलाल बिश्नोई का विजयी रथ हरियाणा में रोक दिया था. उस चुनाव में गहलोत की रिपोर्ट पर ही कांग्रेस आलाकमान ने भूपेंद्र हुड्डा को हरियाणा में मुख्यमंत्री बनाया था.

अशोक गहलोत और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे अहमद पटेल ने मुख्यमंत्री के फैसले को लेकर तब अहम भूमिका निभाई थी. माना जा रहा है कि गहलोत को सीनियर पर्यवेक्षक बनाए जाने के पीछे पार्टी आलाकमान की सोच एक बार फिर ऐतिहासिक करिश्मा दोहराने को लेकर है.

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