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इंदौर-सूरत को हरीश रावत ने बताया बीजेपी की नई साजिश, रामदेव पर भी दिया बड़ा बयान - Harish Rawat interview

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर देश में जिस तरह का राजनीति माहौल चल रहा है, उसको लेकर ईटीवी भारत ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत के साथ खास बातचीत की. हरीश रावत ने जहां कम वोटिंग को कांग्रेस के पक्ष में बताया तो वहीं इंदौर-सूरत और खूजराहो के मामले को बीजेपी की नई साजिश बताया. इसके अलावा योग गुरु बाबा रामदेव को लेकर भी हरीश रावत ने बड़ी बात कही है.

हरीश रावत
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 1, 2024, 3:19 PM IST

Updated : May 1, 2024, 6:18 PM IST

कांग्रेस नेता हरीश रावत से बीजेपी पर साधा निशाना

देहरादून: देश में इस समय सिसायी माहौल गरम है. लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान दो चरण पूरे हो चुके है और तीसरे चरण का मतदान भी नजदीक है. कांग्रेस और बीजेपी समेत चुनावी मैदान में उतरे तमाम राजनीतिक दलों ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. हालांकि मतदान के अभीतक के जो आंकड़े सामने आए है, उसने सभी की नींदे उठा रखी है. क्योंकि वोटर में इस बार के चुनाव को लेकर कुछ खासा उत्साह नहीं दिख रहा है. फिर भी तमाम पार्टियों अपने-अपने तरीके से चुनावी गणित की गुत्थियां सुलझाने में लगे हुए है और अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं. इसी क्रम में ईटीवी भारत ने उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत से बात की.

हरीश रावत ने वैसे तो इस बार खुद चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन हरिद्वार लोकसभा सीट से उनके बेटे वीरेंद्र रावत कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में है. वहीं जब हरीश रावत से सवाल किया गया कि इस बार का कम मतदान किसके पक्ष में जाता हुआ दिख रहा है तो वो कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की जीत को लेकर काफी आश्वस्त नजर आए.

जनता लड़ रही है बीजेपी के खिलाफ चुनाव: लोकसभा चुनाव 2024 में कई राज्यों में मतदान प्रतिशत काफी कम रहा है, जिसको लेकर हरीश रावत का कहना है कि इस बार का चुनाव जनता मोदी के खिलाफ लड़ रही है और यह साफ भी हो गया है. इस बार जनता परिवर्तन के लिए वोट कर रही है.

बेहद निराश वाला माहौल है: मतदान प्रतिशत गिरने पर हरीश रावत का कहना है कि सत्ताधारी पार्टी लगातार ध्रुवीकरण कर रही है, इस वजह से पूरा चुनाव अब बीजेपी के खिलाफ हो गया है. मतदान का कम होना साफ जाहिर करता है कि जनता बेरोजगारी और महंगाई से त्रस्त है. इस बार चुनाव में वहीं लोग वोट कर रहे हैं, जो परिवर्तन चाहते हैं. परिवर्तन की चाहत में ही लोग मतदान केंद्र तक पहुंच रहे है. वहीं कई लोगों को यह भी लग रहा है कि मतदान करके कोई फायदा नहीं है, क्योंकि बेहद निराश वाले माहौल में वह यह चुनाव देख रहे हैं. हालांकि लोकतंत्र को बचाने के लिए लोग वोट भी कर रहे है. क्योंकि वह जानते है कि अगर परिवर्तन हुआ तो हालत भी बदलेंगे. मौजूदा मतदान गठबंधन के लिए एक सुखद खबर लेकर आ रहे हैं.

पीएम मोदी के आरक्षण वाले बयान पर भी दिया जवाब: पीएम मोदी से लेकर अमित शाह और बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने इस चुनाव में आरक्षण का मुद्दा जोरशोर से उठा रखा है. पीएम मोदी अपनी रैली में कई बार कह चुके है कि कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण खत्म कर एक विशेष वर्ग को देना चाहती है. इस सवाल का भी हरीश रावत ने जवाब दिया.

झूठ फैलाने की कोशिश कर रही बीजेपी: हरीश रावत ने कहा कि बीजेपी आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर जो आरोप लगा रही है, वो इतना बड़ा झूठ है, जिसको जनता समझ रही है. उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी और सरकारी छुट्टी को लेकर भी इस तरह की झूठ फैलाया गया था. हालांकि अब जनता बीजेपी के इन झूठों को समझ चुकी है. बीजेपी आरक्षण को लेकर भी कांग्रेस के खिलाफ इस तरह की झूठ फैलाने की कोशिश कर रही है.

कांग्रेस ही कर सकती है आरक्षण की रक्षा: हरीश रावत ने बताया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ही प्रमोशन में आरक्षण का संशोधन हुआ था. ओबीसी का आरक्षण भी कांग्रेस के कार्यकाल में लागू हुआ था. बीजेपी का ये दुष्प्रचार भी उसी के खिलाफ जा रहा है. क्योंकि आरक्षण की रक्षा बीजेपी नहीं, बल्कि कांग्रेस और गठबंधन आरक्षण कर सकता है.

राहुल गांधी को पीएम बनता देखु इसीलिए जी रहा हूं: हरीश रावत ने कहा कि वो राहुल गांधी को पीएम बनाता हुआ देखना चाहते है. यह उनकी व्यक्तिगत राय है. लेकिन अगर कांग्रेस उनसे प्रधानमंत्री के चेहरे को लेकर राय मांगेगी तो एक ही नाम आएगा और वह है राहुल गांधी का.

हरीश रावत ने कहा कि वो सालों से यही सपना देख रहे हैं कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद पर बैठे हैं और इसी उम्मीद के साथ वो आज भी जी रहे है. लेकिन यह भी सही है कि इस बार कांग्रेस गठबंधन में है और जीत के बाद गठबंधन ही तय करेगा कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?

इंदौर और सूरत में मामले पर हरीश रावत का बयान: 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी सूरत की सीट पहले ही निर्विरोध जीत चुकी है, वहीं खुजराहो और इंदौर की जीत भी तय मानी जा रही है. इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी तो बीजेपी में शामिल भी हो गए है, जिस पर हरीश रावत का कहना है कि ये बीजेपी की नई साजिश है.

बीजेपी में जाने वाले नेता नहीं व्यापारी है: हरीश रावत ने कांग्रेस को धोखा देने वाले नेताओं को व्यापारी बताया है, जो अपने व्यापार को बचाने या बीजेपी के दबाव में इस तरह के फैसले ले रहे हैं. हालांकि इन सब मामलों के बाद भी कांग्रेस का कार्यकर्ता काफी उत्साहित है. क्योंकि वह समझ रहा है कि कांग्रेस मजबूत है और इसीलिए सत्ताधारी दल उसके साथ इतना अत्याचार कर रहा है. हरीश रावत का मानना है कि इन नेताओं के जाने से कांग्रेस पर कोई फर्क नहीं पड़ता है.

रामदेव पर दिया बयान: रामदेव को सुप्रीम कोर्ट से मिली फटकार और उत्तराखंड आयुष विभाग की तरफ से पतंजलि के प्रोडक्ट पर गई कार्रवाई को लेकर हरीश रावत ने बड़ी बात कही है. वैसे रामदेव का साल 2011 के बाद से ही कांग्रेस के साथ 36 का आंकड़ा रहा है, लेकिन अब यह बर्फ पिघलती हुई दिख रही है.

हरीश रावत ने कहा कि रामदेव और कांग्रेस के बीच वैचारिक मतभेद है, लेकिन यह बात भी सही है कि स्वामी रामदेव आयुर्वेद और योग के साथ-साथ उत्तराखंड के लिए बेहद शानदार काम कर रहे हैं. स्वामी रामदेव ने जिस तरह से योग और आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया है, वह अकल्पनीय है.

हरीश रावत आगे कहते हैं कि स्वामी रामदेव और एलोपैथी के बीच जो लड़ाई हो रही है, वो इस मामले में रामदेव के साथ नहीं है. क्योंकि यह दोनों का अपना मामला है, लेकिन व्यवसाय के तौर पर स्वामी रामदेव उत्तराखंड को बहुत कुछ दे रहे हैं. रामदेव हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रहे है. उत्तराखंड के विकास में रामदेव का भी योगदान है, उनके इस योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है. हालांकि अब रामदेव को खुद तय करना है कि वो किस ओर है.

हरीश रावत ने बताया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वामी रामदेव को फूड पार्क और डिग्री कॉलेज की मान्यता मिली थी. इसके अलावा कई तरह की सब्सिडी भी दी गई थी. कांग्रेस सरकार ने उनकी मदद व्यवसायी के तौर पर की थी. कांग्रेस रामदेव का राजनीति या राजनेता के रूप में नहीं देख रही थी. हालांकि अब जब इतना सब कुछ हो रहा है तो रामदेव को यह सोचना होगा कि उन्हें अपने गुरु के साथ रहना है या जनता और आयुर्वेद या योग के साथ.

आखिर में उत्तराखंड की पांचों सीटों पर हरीश रावत का ओपिनियन पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बार तीन सीटें जीत रहा है, जबकि बीजेपी दो सीटों पर सिमट कर रह जाएगी.

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कांग्रेस नेता हरीश रावत से बीजेपी पर साधा निशाना

देहरादून: देश में इस समय सिसायी माहौल गरम है. लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान दो चरण पूरे हो चुके है और तीसरे चरण का मतदान भी नजदीक है. कांग्रेस और बीजेपी समेत चुनावी मैदान में उतरे तमाम राजनीतिक दलों ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. हालांकि मतदान के अभीतक के जो आंकड़े सामने आए है, उसने सभी की नींदे उठा रखी है. क्योंकि वोटर में इस बार के चुनाव को लेकर कुछ खासा उत्साह नहीं दिख रहा है. फिर भी तमाम पार्टियों अपने-अपने तरीके से चुनावी गणित की गुत्थियां सुलझाने में लगे हुए है और अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं. इसी क्रम में ईटीवी भारत ने उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत से बात की.

हरीश रावत ने वैसे तो इस बार खुद चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन हरिद्वार लोकसभा सीट से उनके बेटे वीरेंद्र रावत कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में है. वहीं जब हरीश रावत से सवाल किया गया कि इस बार का कम मतदान किसके पक्ष में जाता हुआ दिख रहा है तो वो कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की जीत को लेकर काफी आश्वस्त नजर आए.

जनता लड़ रही है बीजेपी के खिलाफ चुनाव: लोकसभा चुनाव 2024 में कई राज्यों में मतदान प्रतिशत काफी कम रहा है, जिसको लेकर हरीश रावत का कहना है कि इस बार का चुनाव जनता मोदी के खिलाफ लड़ रही है और यह साफ भी हो गया है. इस बार जनता परिवर्तन के लिए वोट कर रही है.

बेहद निराश वाला माहौल है: मतदान प्रतिशत गिरने पर हरीश रावत का कहना है कि सत्ताधारी पार्टी लगातार ध्रुवीकरण कर रही है, इस वजह से पूरा चुनाव अब बीजेपी के खिलाफ हो गया है. मतदान का कम होना साफ जाहिर करता है कि जनता बेरोजगारी और महंगाई से त्रस्त है. इस बार चुनाव में वहीं लोग वोट कर रहे हैं, जो परिवर्तन चाहते हैं. परिवर्तन की चाहत में ही लोग मतदान केंद्र तक पहुंच रहे है. वहीं कई लोगों को यह भी लग रहा है कि मतदान करके कोई फायदा नहीं है, क्योंकि बेहद निराश वाले माहौल में वह यह चुनाव देख रहे हैं. हालांकि लोकतंत्र को बचाने के लिए लोग वोट भी कर रहे है. क्योंकि वह जानते है कि अगर परिवर्तन हुआ तो हालत भी बदलेंगे. मौजूदा मतदान गठबंधन के लिए एक सुखद खबर लेकर आ रहे हैं.

पीएम मोदी के आरक्षण वाले बयान पर भी दिया जवाब: पीएम मोदी से लेकर अमित शाह और बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने इस चुनाव में आरक्षण का मुद्दा जोरशोर से उठा रखा है. पीएम मोदी अपनी रैली में कई बार कह चुके है कि कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण खत्म कर एक विशेष वर्ग को देना चाहती है. इस सवाल का भी हरीश रावत ने जवाब दिया.

झूठ फैलाने की कोशिश कर रही बीजेपी: हरीश रावत ने कहा कि बीजेपी आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर जो आरोप लगा रही है, वो इतना बड़ा झूठ है, जिसको जनता समझ रही है. उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी और सरकारी छुट्टी को लेकर भी इस तरह की झूठ फैलाया गया था. हालांकि अब जनता बीजेपी के इन झूठों को समझ चुकी है. बीजेपी आरक्षण को लेकर भी कांग्रेस के खिलाफ इस तरह की झूठ फैलाने की कोशिश कर रही है.

कांग्रेस ही कर सकती है आरक्षण की रक्षा: हरीश रावत ने बताया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ही प्रमोशन में आरक्षण का संशोधन हुआ था. ओबीसी का आरक्षण भी कांग्रेस के कार्यकाल में लागू हुआ था. बीजेपी का ये दुष्प्रचार भी उसी के खिलाफ जा रहा है. क्योंकि आरक्षण की रक्षा बीजेपी नहीं, बल्कि कांग्रेस और गठबंधन आरक्षण कर सकता है.

राहुल गांधी को पीएम बनता देखु इसीलिए जी रहा हूं: हरीश रावत ने कहा कि वो राहुल गांधी को पीएम बनाता हुआ देखना चाहते है. यह उनकी व्यक्तिगत राय है. लेकिन अगर कांग्रेस उनसे प्रधानमंत्री के चेहरे को लेकर राय मांगेगी तो एक ही नाम आएगा और वह है राहुल गांधी का.

हरीश रावत ने कहा कि वो सालों से यही सपना देख रहे हैं कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद पर बैठे हैं और इसी उम्मीद के साथ वो आज भी जी रहे है. लेकिन यह भी सही है कि इस बार कांग्रेस गठबंधन में है और जीत के बाद गठबंधन ही तय करेगा कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?

इंदौर और सूरत में मामले पर हरीश रावत का बयान: 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी सूरत की सीट पहले ही निर्विरोध जीत चुकी है, वहीं खुजराहो और इंदौर की जीत भी तय मानी जा रही है. इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी तो बीजेपी में शामिल भी हो गए है, जिस पर हरीश रावत का कहना है कि ये बीजेपी की नई साजिश है.

बीजेपी में जाने वाले नेता नहीं व्यापारी है: हरीश रावत ने कांग्रेस को धोखा देने वाले नेताओं को व्यापारी बताया है, जो अपने व्यापार को बचाने या बीजेपी के दबाव में इस तरह के फैसले ले रहे हैं. हालांकि इन सब मामलों के बाद भी कांग्रेस का कार्यकर्ता काफी उत्साहित है. क्योंकि वह समझ रहा है कि कांग्रेस मजबूत है और इसीलिए सत्ताधारी दल उसके साथ इतना अत्याचार कर रहा है. हरीश रावत का मानना है कि इन नेताओं के जाने से कांग्रेस पर कोई फर्क नहीं पड़ता है.

रामदेव पर दिया बयान: रामदेव को सुप्रीम कोर्ट से मिली फटकार और उत्तराखंड आयुष विभाग की तरफ से पतंजलि के प्रोडक्ट पर गई कार्रवाई को लेकर हरीश रावत ने बड़ी बात कही है. वैसे रामदेव का साल 2011 के बाद से ही कांग्रेस के साथ 36 का आंकड़ा रहा है, लेकिन अब यह बर्फ पिघलती हुई दिख रही है.

हरीश रावत ने कहा कि रामदेव और कांग्रेस के बीच वैचारिक मतभेद है, लेकिन यह बात भी सही है कि स्वामी रामदेव आयुर्वेद और योग के साथ-साथ उत्तराखंड के लिए बेहद शानदार काम कर रहे हैं. स्वामी रामदेव ने जिस तरह से योग और आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया है, वह अकल्पनीय है.

हरीश रावत आगे कहते हैं कि स्वामी रामदेव और एलोपैथी के बीच जो लड़ाई हो रही है, वो इस मामले में रामदेव के साथ नहीं है. क्योंकि यह दोनों का अपना मामला है, लेकिन व्यवसाय के तौर पर स्वामी रामदेव उत्तराखंड को बहुत कुछ दे रहे हैं. रामदेव हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रहे है. उत्तराखंड के विकास में रामदेव का भी योगदान है, उनके इस योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है. हालांकि अब रामदेव को खुद तय करना है कि वो किस ओर है.

हरीश रावत ने बताया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वामी रामदेव को फूड पार्क और डिग्री कॉलेज की मान्यता मिली थी. इसके अलावा कई तरह की सब्सिडी भी दी गई थी. कांग्रेस सरकार ने उनकी मदद व्यवसायी के तौर पर की थी. कांग्रेस रामदेव का राजनीति या राजनेता के रूप में नहीं देख रही थी. हालांकि अब जब इतना सब कुछ हो रहा है तो रामदेव को यह सोचना होगा कि उन्हें अपने गुरु के साथ रहना है या जनता और आयुर्वेद या योग के साथ.

आखिर में उत्तराखंड की पांचों सीटों पर हरीश रावत का ओपिनियन पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बार तीन सीटें जीत रहा है, जबकि बीजेपी दो सीटों पर सिमट कर रह जाएगी.

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Last Updated : May 1, 2024, 6:18 PM IST
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