जशपुर: जशपुर पुलिस ने स्वचालित हथियार के साथ नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. करीब आधा दर्जन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. जिसमें दो नक्सली शामिल हैं. जशपुर और बलरामपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. झारखंड पुलिस की खुफिया सूचना के आधार पर दोनों जिले की पुलिस ने इस एक्शन को अंजाम दिया. जशपुर पुलिस ने खुलासा किया है कि गिरफ्त में आए दोनों नक्सली झारखंड से भाग कर आए थे और यहां मजदूर के गेटअप में रह रहे थे. सरगुजा पुलिस ने पूरे संभाग में सघन जांच अभियान शुरू कर दिया है.
दो नक्सली गिरफ्तार: गिरफ्तार दोनों नक्सलियों में टुनेश लकड़ा और राम लकड़ा शामिल है. दोनों झारखंड के नक्सली है और इनका ताल्लुक झारखंड जन मुक्ति परिषद जेजेएमपी से है. जबकि इनके चार सहयोगी रंजीत महतो, हरमन कुमार, गुलाम सहजादा और तबस्सुम अहमद को गिरफ्तार किया गया है.
खूंखार नक्सली टुनेश लकड़ा गिरफ्तार: जब जशपुर और बलरामपुर पुलिस ने मजदूर के गेटअप में छिपे नक्सलियों को गिरफ्तार किया तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. गिरफ्तार नक्सलियों में खूंखार माओवादी टुनेश लकड़ा भी शामिल है. टुनेश लकड़ा को टुनेश उरांव के तौर पर भी जाना जाता है.
झारखंड पुलिस से क्या इनपुट मिला: झारखंड पुलिस से सरगुजा संभाग की पुलिस को यह सूचना मिली कि नक्सली संगठन झारखंड जन मुक्ति परिषद का प्रमुख टुनेश लकडा अपने साथियों के साथ जशपुर में छिपा हुआ है. झारखंड पुलिस ने इन नक्सलियों के पास घातक हथियार होने की सूचना भी दी थी. इस इंटेल पर पर आईजी अंकित गर्ग ने बलरामपुर के एसपी लाल उमेद सिंह और जशपुर के एसपी शशि मोहन सिंह को कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इन नक्सलियों को गिरफ्तार करने के लिए कुनकुरी के एसडीओपी विनोद मंडावी,बलरामपुर के उप निरीक्षक सुभाष कुजूर के नेतृत्व में संयुक्त पुलिस टीम का गठन किया. उसके बाद कार्रवाई में टुनेश लकड़ा और उसका साथी नक्सली राम लकड़ा गिरफ्तार हुआ.
जशपुर के नारायणपुर में मारा गया छापा: बलरामपुर और जशपुर पुलिस ने जशपुर के नारायणपुर में छापेमारी की. यहां के करमा गांव में लगाता रेड मारी गई. यहां से माओवादी राम लकड़ा( गढ़िया झारखंड) गिरफ्तार किया गया. उसके अलावा नक्सल सहयोगी रंजीत महतो (चतरा झारखंड), हेरमन कुमार गुन्नम (झारखंड) और गुलाम शहजाद (सुंदरगढ़ ओडिशा) को गिरफ्तार किया गया. यह सभी यहां मजदूर के रूप में छिपे हुए थे. उसके बाद आरोपियों की निशानदेही पर कुनकुरी में मोहम्मद सद्दाम के मकान की घेरेबंदी की गई. जिसमें नक्सल सहयोगी तब्बसुम अहम और नक्सली टुनेश लकड़ा को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार नक्सलियों के पास एक AK47 रायफल, 1 मैग्जीन और 90 राउंड जिंदा कारतूस बरामद किया है. इसके साथ ही नक्सली ड्रेस भी पुलिस टीम को इन नक्सलियों के ठिकानों स मिले हैं.
"जेजेएमपी का सरगना टुनेश लकड़ा उर्फ रवि झारखंड के बरगढ़ चौक क्षेत्र के लम्बो गांव का निवासी है. मौजूदा समय में छत्तीसगढ़ के बलरामपुर और झारखंड के गढ़वा जिले में यह सबसे ज्यादा सक्रिय था. टुनेश लकड़ा के खिलाफ झारखंड के गढ़वा में 18 और अलग अलग जिलों में कुल 31 केस दर्ज हैं. टुनेश लकड़ा के खिलाफ बलरामपुर में भी केस दर्ज है. 13 मई 2012 को बलरामपुर की शंकरगढ़ पुलिस ने टुनेश लकड़ा को गिरफ्तार किया था. लेकिन वह जमानत पर बाहर आ गया था. टुनेश का साथी तब्बसुम अहमद झारखंड के पलामू जिले का रहने वाला है और उसने ही टुनेश लकड़ा को जशपुर में अपने किराए के मकान में शरण दिया था. टुनेश और तब्बसुम की पहचान अंबिकापुर जेल में हुई थी.": अंकित गर्ग, आईजी
छत्तीसगढ़ और झारखंड पुलिस के लिए ये एक अहम कामयाबी है. दोनों राज्यों की पुलिस सूत्रों का दावा है कि गिरफ्तार नक्सलियों से कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.