ग्वालियर: धरती पर जीव की उत्पत्ति, डायनासोर के विलुप्त होने की घटना, पृथ्वी का केंद्र बिंदु, ज्वालामुखी और भूकंप के बारे में जानकारी जैसे तमाम सवालों का जवाब अब ग्वालियर के जियो साइंस म्यूजियम में लोगों को मिल सकेगा. खासकर स्कूली छात्रों को इसके बारे में प्रत्यक्ष रूप से जानने और अपनी जिज्ञासा को शांत करने का मौका मिलेगा. शहर में देश का पहला जियो साइंस म्यूजियम तैयार हो गया है.
5 दिसंबर को होगा म्यूजियम का उद्घाटन
करीब 35 करोड़ की लागत से तैयार इस म्यूजियम का गुरुवार यानी 5 दिसंबर को उद्घाटन किया जाएगा. केंद्रीय राज्य खनन मंत्री सतीश चंद्र दुबे के मुख्य आतिथ्य में इसका उदघाटन किया जाएगा. खनन मंत्रालय और जीएसआई ने मिलकर जियो साइंस म्यूजियम तैयार किया है. 9 मार्च 2019 को तत्कालीन केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने इसका शिलान्यास किया था.
6 दिसंबर से पब्लिक के लिए ओपन होगा म्यूजियम
शहर के हृदय स्थल महाराज बाड़ा स्थित हेरिटेज विक्टोरिया बिल्डिंग में तैयार किये गये इस म्यूजियम में दो गैलरी "पृथ्वी का विकास" और "जीवन का विकास" तैयार की गई है. 6 दिसंबर से यह सभी के लिए ओपन कर दिया जाएगा. खनन मंत्रालय और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने मिलकर देश को बड़ा तोहफा दिया है. महाराज बाड़े पर नजर आने वाली ये ऐतिहासिक विक्टोरिया बिल्डिंग है. जिसमें देश का पहला जियो साइंस म्यूजियम तैयार हो गया है.
आसानी से मिलेंगे मन में उठे सवालों के जवाब
इस म्यूजियम के जरिए लोगों को उन सवालों के जवाब बेहद ही आसानी से मिल जाएंगे, जो हर किसी के मन में आज भी उठते हैं. जैसे पृथ्वी का जन्म कैसे हुआ? पृथ्वी का सेंट्रल कोर कैसा होता है? यदि पृथ्वी के केंद्र बिंदु में पहुंचना हो तो वहां पर कैसे पहुंचेंगे और वहां क्या-क्या होगा? पृथ्वी पर जीव की उत्पत्ति कैसे हुई? ज्वालामुखी कैसे एक्टिव होते हैं? जब भूकंप आता है तब क्या होता है. पृथ्वी पर डायनासोर कैसे खत्म हुए. ऐसे सभी सवालों के जवाब जियो साइंस म्यूजियम से हमें मिलेंगे.
म्यूजियम को दो गैलरियों में बांटा गया
जियो साइंस म्यूजियम को दो गैलरियों में बांटा गया है. पहली गैलरी "इवोल्यूशन ऑफ अर्थ" के बारे में जानकारी देती है. जो अप्रैल 2022 में पूरी तरह से तैयार हो चुकी थी. वहीं, हाल ही में तैयार की गई दूसरी गैलरी "इवोल्यूशन ऑफ लाइफ" के बारे में जानकारी देगी. नगर निगम ने तय किया है कि म्यूजियम को देखने के लिए आम व्यक्ति को महज 25 रुपये और स्टूडेंट को 10 रुपए देने होंगे.
- MP ने रचा इतिहास: ग्वालियर में बना देश का पहला जियो साइंस म्यूजियम, मिलेगी धरती से जुड़ी पूरी जानकारी
- नर्मदा किनारे थे विलुप्त हो चुके मैमथ, म्यूजियम में है 2 लाख वर्ष पुराना हाथी दांत का जीवाश्म
जेम्स स्टोन और बेशकीमती हीरे देख सकेंगे
इस म्यूजियम की यूं तो बहुत सारी खासियत हैं, लेकिन यहां पर ऐसी दुर्लभ चीजें भी मौजूद हैं जो अंटार्कटिका जापान सहित दुनिया के अलग-अलग इलाकों से लाई गई हैं. खासकर जेम्स स्टोन, बेशकीमती हीरे जिनकी कीमत करोड़ों और अरबों में हैं. लोग इन्हें आसानी से एक ही जगह पर देख सकते हैं.
जियोग्राफी और जूलॉजी की तमाम जानकारी मिलेगी
ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि, ''हम म्यूजियम के उद्घाटन का बहुत देर से वेट कर रहे थे. केंद्रीय राज्य खनन मंत्री सतीश चंद्र दुबे इसका उद्घाटन करेंगे. यह एक डिफरेंट म्यूजियम है, जिसमें बच्चों को जियोग्राफी और जूलॉजी की तमाम जानकारी मिलेगी.''
जबलपुर में भी बनेगा जियो साइंस पार्क
उल्लेखनीय है कि नगर निगम, खनन मंत्रालय भारत सरकार और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के संयुक्त प्रयास से देश का पहला जियो साइंस म्यूजियम ग्वालियर में तैयार हो गया है. खनन मंत्रालय और जीएसआई की योजना है कि आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश के जबलपुर में भी जियो साइंस पार्क तैयार कराया जाए.