ग्वालियर : अटल बिहारी वाजपेयी दिव्यांग खेल प्रशिक्षण केंद्र ग्वालियर में देश का दूसरा हीटिंग सिस्टम वाला स्विमिंग पूल तैयार किया जा रहा है. दिल्ली के बाद ग्वालियर में देश का दूसरा हीटिंग स्विमिंग पूल होगा. तकरीबन 5 करोड़ रु की लागत से ये खास स्विमिंग पूल इनस्टॉल किया जाएगा. यहां तैराकी के खिलाड़ी भीषण ठंड की परवाह किए बिना गुनगुने पानी में तैराकी कर सकेंगे. ये स्विमिंग पूल अब दिव्यांग तैराकों को कड़ाके की ठंड में भी प्रैक्टिस करने और प्रतिस्पर्धाओं में खुलकर मुकाबला करने में रुकावट नहीं बनने देगा.
ग्वालियर में है ओलंपिक दर्जे का स्विमिंग पूल
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 170 करोड़ रु की लागत से दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने देश के पहले दिव्यांग खेल प्रशिक्षण केन्द्र की शुरुआत हुई थी. पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर इसका नाम रखा गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली इसका उद्घाटन किया था. इसके बाद से ही यहां लगातार दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं. अब तक इस खेल प्रशिक्षण केंद्र में ओलंपिक स्टैंडर्ड से तैयार स्विमिंग पूल था लेकिन अब इस स्विमिंग पूल को भी अपग्रेड किया जा रहा है.
ट्रेनिंग सेंटर के स्विमिंग पूल में लगेगा हीटिंग सिस्टम
ग्वालियर के अटल बिहारी वाजपेयी दिव्यांग खेल प्रशिक्षण केंद्र की डिप्टी डायरेक्टर पल्लवी राय ने बताया, '' अब प्रशिक्षण केंद्र में बने स्वीमिंग पूल में तैराकी के खिलाड़ियों के लिए हीटिंग सिस्टम लगाया जा रहा है, जिससे सर्दी के मौसम में स्विमर्स को प्रैक्टिस करने में प्रॉब्लम न हो. क्योंकि सर्दियों में स्विमिंग पूल का पानी काफी ठंडा हो जाता है और खिलाड़ी ज्यादा समय तक ठंडे पानी में अभ्यास नहीं कर पाते. वहीं हीटिंग सिस्टम लगने के बाद स्विमिंग पूल का पानी गुनगुना किया जा सकेगा, जिससे खिलाड़ी आराम से प्रैक्टिस कर सकेंगे और टूर्नामेंट्स में भी खिलाड़ियों को मुकाबला करने में सहूलियत रहेगी.
अपग्रेड करने में पांच करोड़ का खर्च
एबीवीडीएसटीसी (अटल बिहारी वाजपेयी दिव्यांग खेल प्रशिक्षण केंद्र) के डिप्टी डायरेक्टर के मुताबिक वर्तमान में देश में सिर्फ एक स्विमिंग पूल में ही हीटिंग सिस्टम है, जो दिल्ली तालकटोरा में स्थित है. और अब ग्वालियर में हीटिंग सिस्टम इनस्टॉल कराए जाने के बाद यहां देश का दूसरा हीटिंग सिस्टम से लेस स्वीमिंग पूल होगा, जिसमें 5 करोड़ रु की लागत आएगी.
ठंडे पानी में होता है हाइपोथर्मिया का खतरा
खिलाड़ियों के लिए सर्दी में ठंडे पानी में स्विमिंग करना ना सिर्फ मुश्किल होता है बल्कि ये उनके लिए घातक भी हो सकता है. इस बारे ग्वालियर के रहने वाले इंटरनेशनल दिव्यांग स्विमर सतेन्द्र लोहिया कहते हैं, '' स्विमिंग के लिए खिलाड़ियों को काफी एनर्जी और स्टैमिना की जरूरत पड़ती है और ठंडे पानी में लगातार रहना न सिर्फ हार्ट पर असर डालता है बल्कि इससे हायपोथर्मिया का खतरा भी बनता है. कई बार ये जानलेवा हो सकता है. ऐसे में तैराकी के लिए पानी का तापमान कमसे कम 20 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए. क्योंकि बॉडी टेंप्रेचर के अनुसार ही अगर पानी का तापमान भी हो तब खिलाड़ी ज्यादा समय तक तैर सकता है.''