पटना: राजधानी पटना के जाने-माने शिक्षाविद गुरु रहमान ने कहा है कि हर हाल में नीट परीक्षा रद्द होनी चाहिए. इसके साथ ही साथ कोचिंग संचालकों के पेपर लीक कराने में भूमिका और एनटीए के मिलीभगत की भी गहनता से जांच होनी चाहिए. गुरु रहमान ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि डॉक्टर जिसे धरती पर भगवान का दर्जा दिया जाता है, उसके लिए परीक्षा में ऐसी धांधली हो रही है.
नीट पेपर लीक पर क्या बोले गुरु रहमान: शिक्षाविद गुरु रहमान ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि पूरे 720 अंक 67 छात्रों को आए जबकि अब तक यहां मुश्किल से दो से तीन छात्रों को आते थे. मनमाने ढंग से बच्चों को ग्रेस मार्क्स दिया गया और आखिर एनटीए को ग्रेस अंक हटाना पड़ा. गुरु रहमान ने कहा कि इस पूरे पेपर लीक में कोचिंग संचालकों की भूमिका पर जांच होनी चाहिए. अलख पांडे और विपिन सिंह के अलावा मेडिकल की तैयारी करने वाले अन्य कोई बड़े कोचिंग संस्थान ने इसका विरोध नहीं किया और खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं.
"1994 से शैक्षणिक गतिविधि में लगे हुए हैं इसलिए मैं इन दोनों कोचिंग संचालकों (अलख पांडे और विपिन सिंह) के हौसले को अभिनंदन करता हूं कि छात्र हित में यह दोनों लड़ाई लड़ रहे हैं. उनके संस्थान से शत प्रतिशत अंक भी बच्चे लाए हैं, बावजूद इसके परीक्षा में अनियमितता लगी तो मुखर होकर समाज के सामने हैं."- गुरु रहमान, शिक्षाविद
'कोचिंग संचालकों की एनटीए से मिली भगत': गुरु रहमान ने कहा कि कोई भी पेपर लीक हो परीक्षा एजेंसी के लोगों की मिली भगत और ऊपर से किसी बड़े आदमी के शह के बिना नहीं हो सकता है. 5 मई को परीक्षा हुई, उसी दिन बिहार में पुलिस ने शास्त्री नगर थाना में मामला दर्ज किया और पेपर लीक के साक्ष्य सामने लाए. विभिन्न राज्यों में भी इसके साक्ष्य मिले हैं कि परीक्षा में व्यापक पैमाने पर धांधली हुई है. कोचिंग संचालकों की एनटीए से मिली भगत की भी जांच हो.
प्रधानमंत्री से गुरु रहमान की अपील: परीक्षा में धांधली की बात केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने भी अब मान ली है. चुनाव प्रचार के दौरान पेपर लीक के मुद्दे को प्रधानमंत्री ने गंभीरता से निपटने की बात कही थी. मैं प्रधानमंत्री से मांग करता हूं कि इस मामले में प्रधानमंत्री संज्ञान ले और जल्द से जल्द परीक्षा रद्द करें. काउंसलिंग की जो प्रक्रिया चल रही है वह बंद हो और दोबारा पारदर्शी तरीके से स्वच्छ माहौल में जल्द से जल्द परीक्षा आयोजित किया जाए.
'पेपर लीक आतंकवाद से कम नहीं है': मेडिकल की तैयारी करने वाले बच्चों का भविष्य अभी काफी अधर में है. इनका समय बर्बाद ना हो इस बात का भी सरकार ख्याल रखें और पेपर लीक में ऐसी कार्रवाई करें कि यह मामला नजीर बने और शिक्षा माफियाओं का मनोबल टूटे. दूसरा भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर बनाने के लिए गलत रास्ता अपनाया जा रहा है, यह आतंकवाद से कम नहीं है. दो साल बाद मेरी बेटी भी नीट देगी तो मैं कहां से करोड़ों रुपया लाऊंगा. इसलिए आवाज उठाना जरूरी है.
EOU की कार्रवाई तेज: बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में बिहार आर्थिक अपराध इकाई की जांच तेज हो गई है. मंगलवार और बुधवार को 11 अभ्यर्थियों से पूछताछ की जाएगी. उधर, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी परीक्षा में गड़बड़ी की बात मान ली है.
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