मेहसाणा/अहमदाबाद : गुजरात के मेहसाणा जिले में रविवार को भगवान राम की शोभा यात्रा के दौरान पथराव किए जाने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
पुलिस महानिरीक्षक वीरेंद्र सिंह यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूर्व संध्या पर यह घटना खेरालु कस्बे में हुई और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के तीन गोले दागने पड़े.
यादव ने कहा, 'घटनास्थल पर तलाशी अभियान के बाद 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है. शोभा यात्रा के साथ चल रहे पुलिसकर्मियों ने आगे इस तरह की किसी भी घटना को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की और स्थिति को नियंत्रित कर लिया.'
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि पथराव में कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है. यादव ने संवाददाताओं से कहा कि घटनास्थल पर स्थिति शांतिपूर्ण है और क्षेत्र में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है.
कारसेवकों के परिजन राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल होंगे: उधर, गुजरात में 2002 में गोधरा ट्रेन अग्निकांड में मारे गए 59 में से 19 कारसेवकों के परिजन अयोध्या स्थित भगवान राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि गुजरात के अन्य आमंत्रित लोगों में 320 संत और समाज के 105 प्रतिष्ठित सदस्य शामिल हैं. विहिप की गुजरात इकाई के महासचिव अशोक रावल ने रावल ने दावा किया कि विहिप ने राम मंदिर निर्माण के लिए 225 करोड़ रुपये एकत्र किए थे.
गोधरा अग्निकांड फरवरी 2002 में हुआ था जिसमें 59 कारसेवक मारे गए थे. इस घटना के कारण गुजरात के इतिहास के सबसे भयानक सांप्रदायिक दंगे हुए थे जिनमें 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे.