अहमदाबाद: गुजरात पुलिस ने राज्य में शराब का पता लगाने के लिए एक कुत्ते को विशेष रूप से ट्रेन किया है, ताकि शराब तस्करों द्वारा चालाकी से छिपाई गई शराब को पकड़ा जा सके. इस अल्कोहल डिटेक्शन डॉग 'एड्रेव' की मदद से हाल ही में राजकोट में गुजरात का पहला शराबबंदी का मामला सामने आया.
राज्य पुलिस प्रमुख विकास सहाय के मार्गदर्शन में 'एड्रेव' को शराब का पता लगाने के लिए गुजरात पुलिस के सीनियर डॉग ट्रेनिंग एडवाइजर कर्नल चंदन सिंह राठौड़ ने विशेष रूप से प्रशिक्षित किया है. नौ महीने की ट्रेनिंग को पूरा करने के बाद पास आउट हुए एड्रेव ने हाल ही में राजकोट के ढेबर कॉलोनी के एक घर से शराब बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली शराब की खोज की.
घर में रखी शराब ढूंढी
राजकोट की भक्तिनगर पुलिस एड्रेव को ढेबर कॉलोनी के माफतियापारा ले गई जहां, एक महिला के घर में शराब मिलने के बाद, एड्रीव ने अपने कुत्ते के ऑपरेटर को घर में छिपी संदिग्ध वस्तुओं के बारे में सचेत किया, जिसके आधार पर इस घर से संपत्ति जब्त कर महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पहला अल्कोहल डिटेक्शन डॉग
बता दें कि 'एड्रेव' कुत्ता पहला अल्कोहल डिटेक्शन डॉग है, जो घर, कार या जमीन समेत किसी भी स्थान पर अवैध शराब तस्करों की रणनीतिक रूप से छिपाई गई शराब का पता लगाएगा. जैसे ही कुत्ते को शराब या उससे संबंधित किसी पदार्थ की गंध का पता चलेगा, वह पंजा मारकर या भौंककर संचालक को शराब का संकेत देगा. गुजरात पुलिस इसका सबसे अधिक उपयोग करेगी.
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