हैदराबाद: यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि युवा पीढ़ी का एक वर्ग नशे की भेंट चढ़ रहा है. नशीली दवाओं और नशीले मादक पदार्थों की पहुंच बड़े-बड़े महानगरों से होते हुए छोटे शहरों, कस्बों के गलियारों से होते हुए गांवों तक पहुंच चुकी है. इस बीच तेलंगाना के कई शहरों में भी युवा पीढ़ियों में नशे की लत काफी तेजी से बढ़ रही है. जिसके चलते TGNAB पुलिस लगातार अभियान चला रही है. TGNAB पुलिस ने अभिभावकों से अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखने का आग्रह किया. इसके साथ ही कहा कि लोग पुलिस को नशीली दवाओं से संबंधित दुरुपयोग के बारे में फोन 8712661601 कर सूचित कर सकते हैं.
दरअसल, पुलिस द्वारा पूरे राज्य में नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत अभी तक TGNAB पुलिस ने सैकड़ों तस्कर और नशीले पदार्थों का इस्तेमाल करने वाले युवाओं समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है. इस दौरान पुलिस ने बताया कि कैसे राज्य में नशे का कारोबार फल फूल रहा है और कैसे युवा पीढ़ी इसकी चपेट में आते जा रहे हैं.
पुलिस के मुताबिक, नेल्लोर जिले की एक लड़की आईटी की डिग्री लेने के बाद शहर में जॉब करने आई थी, धीरे-धीरे दोस्तों के प्रभाव में आकर उसे नशे की बुरी लत लग गई. वह नशे की इतनी आदी हो गई कि अब एक दिन भी नशे की दवा लिए बिना नहीं रह पाती है. कुछ दिन पहले वह धूलपेट में गांजा खरीदने गई थी. इसी दौरान आबकारी पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने दोस्तों के लिए सामान लेने आई थी. लेकिन पुलिस को उसकी बातों पर भरोसा नहीं हुआ. जब पुलिस ने लड़की के माता-पिता को बुलाया तो उन्होंने तर्क दिया कि उनकी बेटी निर्दोष है.
बाद में लड़की की मेडिकल जांच कराई गई. फिर जांच में यह बात साबित हो गया की लड़की खुद गांजा का सेवन करती है. यह बात जानने के बाद उसके माता पिता हैरान रह गए. फिलहाल लड़की TGNAB पुलिस की निगरानी में है.
मुशीराबाद की एक महिला तनाव से छुटकारा पाने के लिए नींद की गोलियां लेती थी. धीरे-धीरे वह इन गोलियों को नशे के रूप में लेने लगी. अपनी इस लत से छुटकारा पाने के लिए वह इंस्टाग्राम पर एक दोस्त के सुझाव पर LSDblots से संपर्क किया. हालांकि, इससे उस महिला की आदत तो नहीं छूटी, उलटे वह तस्कर जरूर बन गई. धीरे-धीरे दोनों गोवा, मुंबई और बेंगलुरु जाने लगी. अपनी आदत को अवसर के रूप में लेते हुए उसने इसे नशे की सप्लाई में बदल दिया. शहर में 50 से ज्यादा लोगों के उससे ड्रग्स खरीदने की बात पता चलने के बाद TGNAB पुलिस ने उसपर निगरानी रखी और महिला और उसके दोस्त दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
इधर, गाचीबावली इलाके की एक महिला का पति दुबई में रहता है. घर में अकेली रहने के कारण वह पब जाने लगी, जिसके बाद वह वहां सूखे नशे की आदी हो गई. जिसके बाद वह एक तस्कर के रूप में काम करने लगी. एक दिन गुप्त सूचना के आधार पर पब में रेड के दौरान TGNAB पुलिस ने उसे ड्रग्स की डिलीवरी करते हुए पकड़ लिया. जिसके बाद पुलिस ने काउंसलिंग के जरिए उस महिला को बदलने की कोशिश की. बताया जाता है कि हाल ही में उसकी मेडिकल जांच में रिपोर्ट निगेटिव आई है. वहीं, नरसिंही इलाके की एक संगीत शिक्षिका ड्रग्स लेती थी. इसका फायदा उठाकर उसकी सहेली ने उसे एजेंट बना लिया.
पुलिस के आंकड़ों के अनुसार शहर में गांजा, कोकीन, हेरोइन और एलएसडी ब्लॉट का इस्तेमाल करने वाले हर 100 लोगों में से 40 महिलाएं पाई जाती हैं. जांच में पाया गया कि आर्थिक तंगी, पारिवारिक समस्याओं और अपने परिवार से दूर रहने वाली महिलाएं ड्रग गिरोहों से सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं. निरीक्षण में पकड़े जाने से बचने के लिए स्कूल, कार्यस्थल, डिनर पार्टी, मनोरंजन और सोशल मीडिया के जरिए ड्रग्स का आदान-प्रदान होता है. नाइजीरियाई गिरोहों और अंतरराज्यीय तस्करों पर पुलिस की लगातार निगरानी है. ऐसे गिरोहों में फंसी लड़कियों को बचने के लिए TGNAB पुलिस लगातार अभियान चला रही है.
इस बाबत एक पुलिस अधिकारी ने दुख जताते हुए कहा कि कुछ कामकाजी महिलाएं मुफ्त में ड्रग्स और खर्च के लिए पैसे मिलने के कारण गलत कदम उठा रही हैं. ये महिलाएं दोस्तों के साथ मौज-मस्ती करने के लिए गोवा, मुंबई और बेंगलुरु जाती हैं. वे वहां स्थानीय नाइजीरियाई गिरोहों से ड्रग्स खरीद रही हैं. महिलाएं हैंडबैग और अंडर गारमेंट में रखकर पुलिस से बचने के लिए इन नशीलें पदार्थों की तस्करी कर रही हैं. ये महिलाए निजी वाहनों और बसों में यात्रा करती हैं. शहर में पहुंचकर इन नशीलें पदार्थों को खरीदारों तक पहुंचाया जाता है.
हाल ही में पुलिस ने पकड़ी गई महिलाओं से पूछताछ की तो यह सनसनीखेज बातें सामने आईं. बताया जा रहा है कि एक युवती ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा है कि उसे नशे की हालत में नग्न वीडियो और फोटो दिखाकर ड्रग्स सप्लाई करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. युवती के मुताबिक, जिम में मिले कोच ने उसे प्रोटीन पाउडर के जरिए एमडीएमए की लत लगा दी थी. बता दें, तस्कर नशे की आदी लड़कियों को मोहरे के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. वे पुलिस की जांच से बचने और सामान को सुरक्षित तरीके से उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए उन्हें एजेंट बनकर पेश कर रहे हैं.