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अमीरों का एयर कंडीशनर, बिल गरीबों के कूलर वाला, प्रोफेसर का 10 हजारी AC बड़े कमाल का - Sagar Portable AC - SAGAR PORTABLE AC

लोगों को गर्मी से राहत देने एमपी के सागर यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड प्रोफेसर ने पोर्टेबल एसी तैयार किया है. इसे गरीबों का एसी कहना गलत नहीं होगा, क्यों कि महज 10 हजार रुपए के खर्च पर यह नमो एसी बनकर तैयार हुआ है.

SAGAR RETIRED PROFESSOR MADE AC
रिटायर्ड प्रोफेसर ने तैयार किया नमो एयर कंडीशनर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 11, 2024, 6:47 PM IST

Updated : Jun 14, 2024, 6:05 PM IST

सागर। इस बार की गर्मी में ठंडी हवा के लिए लोगों को तरह-तरह के जतन करने पडे़ और तापमान जब 45 डिग्री के ऊपर पहुंचा, तो पंखे और कूलर ने दम तोड़ दिया. ऐसे में गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को भी एसी की याद आयी, लेकिन मंहगाई के दौर में एअर कंडीशनर खरीदना हर किसी के बूते की बात नहीं होती है. ऐसे में सागर यूनिवर्सटी के एक रिटायर प्रोफेसर ने ऐसा पोर्टेबल एसी तैयार किया है. जो महज 10 हजार रुपए में तैयार हो जाता है और बिजली की खपत भी ना के बराबर करता है. खास बात ये है कि रिटायर प्रोफेसर ने जुगाड़ से तैयार किए एसी को नमो एसी नाम दिया है. इस एसी को आप सामान्य घरेलू बिजली कनेक्शन पर चला सकते हैं और खास बात ये है कि ये इतना छोटा है कि इसे आसानी से कहीं भी ले जा सकते हैं.

रिटायर्ड प्रोफेसर ने तैयार किया नमो एयर कंडीशनर (ETV Bharat)

फिजिक्स के "एडियाबेटिक" प्रक्रिया के आधार पर तैयार किया एसी

रिटायर प्रोफेसर अजय शंकर मिश्रा वैसे तो वनस्पति विज्ञान के देश के जाने माने वैज्ञानिकों में जाने जाते हैं, लेकिन पोर्टेबल एसी उन्होंने फिजिक्स के "एडियाबेटिक" प्रक्रिया को आधार बनाकर तैयार किया है. फिजिक्स में "एडियाबेटिक" प्रक्रिया ऊष्मागतिकीय परि वर्तन है. इसे हिंदी में रुद्धोष्म प्रक्रिया भी कहा जाता है. इस प्रक्रिया में प्रणाली से परिवेश में या परिवेश से प्रणाली में ऊष्मा का कोई आदान-प्रदान नहीं होता है. प्रोफेसर अजय शंकर मिश्रा बताते हैं कि जैसे साइकिल के पंप से हवा भरते हैं, तो हवा कंप्रेस होती है।. जिससे हवा का पंप गरम हो जाता है, लेकिन उसी हवा को किसी छोटे छेद से निकालने पर वह ठंडी हो जाती है. "एडियाबेटिक" प्रक्रिया के तहत जब भारी दबाव से हवा कम दबाव की ओर जाती है, तो हवा ठंडी हो जाती है. चाहे उसमें कोई सी भी गैस भरी जाए. हर एअर कंडीशनर इसी सिद्धांत पर काम करता है.

Garibo ka AC made in Sagar
एसी बनाते रिटायर्ड प्रोफेसर (ETV Bharat)

कूलर की कीमत में तैयार करें एअर कंडीशनर

प्रोफेसर अजय शंकर मिश्रा इसे गरीबों का एसी इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि इसे कूलर की कीमत पर तैयार किया जा सकता है. महज 10 हजार रुपए के खर्च पर एसी तैयार हो जाता है. इसके लिए कंप्रेसर,रेडिएटर,ऑयल फिल्टर,एडजेस्टर,रिले यूनिट,मोटर स्टार्टर कैपेसिटर,एवापोरेटर,कैपेलरी जैसे उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है. इसे लगातार 16 घंटे तक चलाया जा सकता है. फिर भी ये मामूली बिजली खपत करता है. इस एसी को 16 घंटे चलाने पर एक छोटे फ्रिज जितनी बिजली की खपत होती है. इसे चलाने के लिए अलग से बिजली कनेक्शन भी नहीं लेना पड़ता है और सामान्य घरेलू कनेक्शन पर इसे चलाया जा सकता है.

Sagar Portable AC
रिटायर्ड प्रोफेसर ने बनाया एसी (ETV Bharat)

यहां पढ़ें...

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ब्रांडेड एसी से ज्यादा सहूलियत वाला एसी

इस पोर्टेबल एसी की खासियत ये है कि एक कमरे को महज आधे घंटे में ठंडा कर देता है और गरमी को दूर कर देता है. इसे लगातार चलाने से भी बिजली की ज्यादा खपत नहीं होती है. इस एसी की एक और बड़ी खासियत है. आमतौर पर ब्रांडेड एसी काफी वजनी होते हैं और उनको हमें एक जगह फिक्स करना पड़ता है, लेकिन इस पोर्टेबल एसी की जगह भी बदली जा सकती है और इसे आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है. इस पोर्टेबल एसी को दरवाजे के पास, खिड़की या फिर वेंटिलेटर में भी रखा जा सकता है. अगर इसे कहीं ले जाने की जरूरत होती है, तो आसानी से इसे एक गाड़ी में रखकर ले जाया जा सकता है.

सागर। इस बार की गर्मी में ठंडी हवा के लिए लोगों को तरह-तरह के जतन करने पडे़ और तापमान जब 45 डिग्री के ऊपर पहुंचा, तो पंखे और कूलर ने दम तोड़ दिया. ऐसे में गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को भी एसी की याद आयी, लेकिन मंहगाई के दौर में एअर कंडीशनर खरीदना हर किसी के बूते की बात नहीं होती है. ऐसे में सागर यूनिवर्सटी के एक रिटायर प्रोफेसर ने ऐसा पोर्टेबल एसी तैयार किया है. जो महज 10 हजार रुपए में तैयार हो जाता है और बिजली की खपत भी ना के बराबर करता है. खास बात ये है कि रिटायर प्रोफेसर ने जुगाड़ से तैयार किए एसी को नमो एसी नाम दिया है. इस एसी को आप सामान्य घरेलू बिजली कनेक्शन पर चला सकते हैं और खास बात ये है कि ये इतना छोटा है कि इसे आसानी से कहीं भी ले जा सकते हैं.

रिटायर्ड प्रोफेसर ने तैयार किया नमो एयर कंडीशनर (ETV Bharat)

फिजिक्स के "एडियाबेटिक" प्रक्रिया के आधार पर तैयार किया एसी

रिटायर प्रोफेसर अजय शंकर मिश्रा वैसे तो वनस्पति विज्ञान के देश के जाने माने वैज्ञानिकों में जाने जाते हैं, लेकिन पोर्टेबल एसी उन्होंने फिजिक्स के "एडियाबेटिक" प्रक्रिया को आधार बनाकर तैयार किया है. फिजिक्स में "एडियाबेटिक" प्रक्रिया ऊष्मागतिकीय परि वर्तन है. इसे हिंदी में रुद्धोष्म प्रक्रिया भी कहा जाता है. इस प्रक्रिया में प्रणाली से परिवेश में या परिवेश से प्रणाली में ऊष्मा का कोई आदान-प्रदान नहीं होता है. प्रोफेसर अजय शंकर मिश्रा बताते हैं कि जैसे साइकिल के पंप से हवा भरते हैं, तो हवा कंप्रेस होती है।. जिससे हवा का पंप गरम हो जाता है, लेकिन उसी हवा को किसी छोटे छेद से निकालने पर वह ठंडी हो जाती है. "एडियाबेटिक" प्रक्रिया के तहत जब भारी दबाव से हवा कम दबाव की ओर जाती है, तो हवा ठंडी हो जाती है. चाहे उसमें कोई सी भी गैस भरी जाए. हर एअर कंडीशनर इसी सिद्धांत पर काम करता है.

Garibo ka AC made in Sagar
एसी बनाते रिटायर्ड प्रोफेसर (ETV Bharat)

कूलर की कीमत में तैयार करें एअर कंडीशनर

प्रोफेसर अजय शंकर मिश्रा इसे गरीबों का एसी इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि इसे कूलर की कीमत पर तैयार किया जा सकता है. महज 10 हजार रुपए के खर्च पर एसी तैयार हो जाता है. इसके लिए कंप्रेसर,रेडिएटर,ऑयल फिल्टर,एडजेस्टर,रिले यूनिट,मोटर स्टार्टर कैपेसिटर,एवापोरेटर,कैपेलरी जैसे उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है. इसे लगातार 16 घंटे तक चलाया जा सकता है. फिर भी ये मामूली बिजली खपत करता है. इस एसी को 16 घंटे चलाने पर एक छोटे फ्रिज जितनी बिजली की खपत होती है. इसे चलाने के लिए अलग से बिजली कनेक्शन भी नहीं लेना पड़ता है और सामान्य घरेलू कनेक्शन पर इसे चलाया जा सकता है.

Sagar Portable AC
रिटायर्ड प्रोफेसर ने बनाया एसी (ETV Bharat)

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इस पोर्टेबल एसी की खासियत ये है कि एक कमरे को महज आधे घंटे में ठंडा कर देता है और गरमी को दूर कर देता है. इसे लगातार चलाने से भी बिजली की ज्यादा खपत नहीं होती है. इस एसी की एक और बड़ी खासियत है. आमतौर पर ब्रांडेड एसी काफी वजनी होते हैं और उनको हमें एक जगह फिक्स करना पड़ता है, लेकिन इस पोर्टेबल एसी की जगह भी बदली जा सकती है और इसे आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है. इस पोर्टेबल एसी को दरवाजे के पास, खिड़की या फिर वेंटिलेटर में भी रखा जा सकता है. अगर इसे कहीं ले जाने की जरूरत होती है, तो आसानी से इसे एक गाड़ी में रखकर ले जाया जा सकता है.

Last Updated : Jun 14, 2024, 6:05 PM IST
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