अजमेर : बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को धमकी देने वाले गैंगस्टर विक्रम सिंह उर्फ विक्रम बराड़ को हाई सिक्योरिटी जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार को अजमेर के जेएलएन अस्पताल लाया गया. अस्पताल में बराड़ का हेल्थ चेकअप कराने के बाद उसे वापस हाई सिक्योरिटी जेल में छोड़ दिया गया. बता दें कि चौमू पुलिस ने एक ज्वेलर्स की दुकान में दिनदहाड़े हुई डकैती के मामले में 8 महीने पहले पंजाब से बराड़ को गिरफ्तार किया था. बराड़ को दूसरी बार अस्पताल लाया गया है. इससे पहले भी बराड़ को चेकअप के लिए अस्पताल लाया जा चुका है.
हाई सिक्यूरिटी जेल के अधीक्षक पारस जांगिड़ ने बताया कि विक्रम सिंह बराड़ को माल्टिपल डिजीज हैं. इसके अलावा उसकी आंखों और पैरों में भी दिक्कत है. उसको इलाज के लिए जेएलएन अस्पताल लाया गया. बराड़ आतंकी गतिविधियों में लिप्त रहा है. लिहाजा युएपीए की कैटगरी में वह आता है. जेल में अन्य कैदियों को परिजनों से बात करवाई जाती है. मगर बराड़ को फोन की इजाजत नहीं है. जांगिड़ ने कहा कि जेल से बराड़ परिजनों से बात नहीं कर सकता, वो सिद्दकी मर्डर केस में शामिल हो सकता है यह संभव नहीं है.
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मूसेवाला हत्याकांड में सामने आया था नाम : गैंगस्टर विक्रम सिंह बराड़ पंजाब और राजस्थान में सक्रिय होने के कारण यहां की पुलिस के लिए वह चुनौती बना रहता है. पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की पड़ताल में सुरक्षा एजेंसियों के सामने आया कि दुबई में बैठा हुआ विक्रम सिंह बराड़ मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम देने की योजना में शामिल था. विक्रम सिंह बराड़, गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के बीच की कड़ी है.
हनुमानगढ़ का है विक्रम सिंह बराड़ : विक्रम सिंह बराड़ का संबंध भी राजस्थान से है. गैंगस्टर विक्रम सिंह बराड़ मूलतः हनुमानगढ़ जिले का रहने वाला है. बराड़ ने हाई सेकेंडरी पास करने के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था. जहां वह एक छात्र संगठन स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी से जुड़ गया. यहीं पर बराड़ की मुलाकात लॉरेंस बिश्नोई से हुई थी. उस दौरान लॉरेंस बिश्नोई भी छात्र राजनीति में काफी सक्रिय था. यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति के दौरान ही बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के बीच दोस्ताना संबंध बढ़ गए थे.