बेंगलुरु: कर्नाटक के बेंगलुरु में फर्जी रोजगार राज्य बीमा (ESI) और ई-पहचान कार्ड बनाकर सरकारी खजाने को चूना लगाने का बड़ा मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया. घटना राजाजीनगर स्थित ईएसआई अस्पताल की बताई जा रही है. पुलिस ने मामले में अस्पताल के सुरक्षा गार्ड समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
सीसीबी पुलिस ने ईएसआई अस्पताल के सुरक्षा गार्ड श्रीधर, अस्पताल कैंटीन के मालिक रमेश, रमैया अस्पताल के पूर्व कर्मचारी शिवलिंग, श्वेता और ऑडिटर शशिकला के खिलाफ कथित रूप से अवैध कार्य करने का मामला दर्ज किया है. आरोप है कि, ये लोग फर्जी नामों से सरकारी वेबसाइट पर बिना वजूद वाले कंपनियों का रजिस्ट्रेशन करा रहे थे.
बाद में वे आर्थिक रूप से परेशान लोगों, अस्पताल आने वाले मरीजों से पैसे ऐंठकर उन्हें उन फर्जी कंपनियों का कर्मचारी दिखाकर ईएसआई कार्ड दे देते थे. बदले में उन्हें 10 हजार से 2 लाख तक पैसे मिलते थे. फिर वे उन कार्डों के लिए सरकार को 500 रुपये का भुगतान लेते थे और हर महीने सिर्फ 280 रुपये देते थे. शेष 220 रुपए वे अपने पास रखते थे.
नगर पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने बताया कि, ईएसआई कार्ड के मामले में अवैध गतिविधि की शिकायत मिलने पर सीसीबी पुलिस ने मामला दर्ज किया था. जांच में पता चला कि आरोपियों में से एक शशिकला दो साल से अपने घर पर फर्जी ईएसआई कार्ड बना रही थी. फिलहाल मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, दो और आरोपियों को सुनवाई में शामिल होने का नोटिस दिया गया है.
जांच में पता चला है कि, गिरफ्तार आरोपियों ने दो साल से करीब 869 लोगों के फर्जी ईएसआई.ई-पहचान कार्ड बनाए हैं. गिरफ्तार आरोपियों के पास से अलग-अलग अस्पतालों की फर्जी कंपनी और डॉक्टर की मुहर, 4 लैपटॉप, 59,500 रुपए नकद, फर्जी ईएसआई, ई-पहचान कार्ड बरामद किए गए.
ईएसआई योजना
मान्यता प्राप्त कारखानों या कंपनियों में 2 हजार प्रति माह से कम कमाने वाले श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए ईएसआई योजना लागू है.
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