ETV Bharat / bharat

छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार वापस छोड़े गए जब्त किए गए जीव, चार मॉनिटर लिजार्ड को किया गया आजाद - monitor lizards released in CG

छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार चार मॉनिटर लिजार्ड को छोड़ा गया है. इससे पहले जब्त वन्य जीवों को छोड़ा नहीं जाता था. यह पहली घटना है कि जब जब्त जीवों को छोड़ने का फैसला हुआ. यह सब कैसे हुआ आइए जानते हैं.

MONITOR LIZARDS RELEASED IN CG
वापस छोड़े गए चार मॉनिटर लिजार्ड (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Aug 21, 2024, 9:54 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार जब्त किए गए वन्यप्राणी को वापस उनके रहवास में छोड़ा गया है. इस मामले में रायपुर के वन्य जीव प्रेमी नितिन सिंघवी ने जानकारी दी कि अभी तक किसी भी न्यायालय प्रकरण में जब्त किए गए वन्यप्राणी को जब्त किए जाने के बाद जू में रख दिया जाता था. न्यायालय में प्रकरण लंबित रहने के कारण उन्हें वापस वन में छोड़ने का कोई प्रयत्न नहीं किया जाता था. वन्यजीवों को आजीवन जू में ही रहना पड़ता था.

वन विभाग को लिखा गया था पत्र: सिंघवी ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) से निवेदन किया कि केंद्रीय जू अथॉरिटी की गाइडलाइंस के अनुसार ऐसे जब्त वन्यप्राणियों को कोर्ट की अनुमति लेने के बाद उन्हें जंगल में छोड़ा जा सकता है. उन्हें छोड़ा जाना चाहिए. इसके पश्चात प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) ने वन विभाग के मैदानी अमले में पदस्थ समस्त अधिकारियों को पत्र लिखकर जब्त वन्य प्राणियों को न्यायालय से अनुमति लेकर वन क्षेत्र में छोड़े जाने का आदेश जुलाई में जारी किया

पहली बार छोड़े गए शेड्यूल-1 के चार मॉनिटर लिजार्ड: 30 जून 2024 को रायपुर वन मंडल ने विधि द्वारा संरक्षण प्राप्त शेड्यूल-1 के चार मॉनिटर लिजार्ड जब्त किए गए. प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस चेकिंग के दौरान ये जब्त किए गए थे. इन्हें नंदनवन जंगल सफारी नया रायपुर में शिफ्ट कर दिया गया. डायरेक्टर जंगल सफारी की ओर से 23 जुलाई को इन वन्य प्राणियों का स्वास्थ्य जांच कर, वनमंडल अधिकारी रायपुर को पत्र लिखा गया. इसमें चारों मॉनिटर लिजार्ड को छोड़ने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा गया. वन मंडल अधिकारी रायपुर ने कोर्ट से अनुमति लेने के बाद चारों मॉनिटर लिजार्ड को उचित रहवास में छोड़ दिया है.

सिंघवी ने इसे लेकर वन विभाग को बधाई दी. साथ ही कहा कि आशा करते हैं कि पूर्व में जब्त सभी स्वस्थ और छोड़े जाने योग्य वन्य प्राणियों को वन विभाग शीघ्र ही वन क्षेत्र में छोड़ देगा. साथ ही भविष्य में भी वन्य जीवों के हित में कार्रवाई की जाएगी.

किरंदुल में बरस रही मूसलाधार मुसीबत, छाता लेकर मलप्पा और बंगाली कैंप पहुंचे केदार कश्यप - heavy rain in kirandul
बालोद में साय सरकार के मंत्री का बड़ा बयान, क्वालिटी वर्क से नहीं होगा समझौता - Kedar Kashyap Attack on Congress
अचानकमार टाइगर रिजर्व में मिला मेलेनिस्टिक तेंदुआ, वन मंत्री ने फोटो शेयर कर दी बड़ी खुशखबरी - Melanistic Leopard in Achanakmar

रायपुर: छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार जब्त किए गए वन्यप्राणी को वापस उनके रहवास में छोड़ा गया है. इस मामले में रायपुर के वन्य जीव प्रेमी नितिन सिंघवी ने जानकारी दी कि अभी तक किसी भी न्यायालय प्रकरण में जब्त किए गए वन्यप्राणी को जब्त किए जाने के बाद जू में रख दिया जाता था. न्यायालय में प्रकरण लंबित रहने के कारण उन्हें वापस वन में छोड़ने का कोई प्रयत्न नहीं किया जाता था. वन्यजीवों को आजीवन जू में ही रहना पड़ता था.

वन विभाग को लिखा गया था पत्र: सिंघवी ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) से निवेदन किया कि केंद्रीय जू अथॉरिटी की गाइडलाइंस के अनुसार ऐसे जब्त वन्यप्राणियों को कोर्ट की अनुमति लेने के बाद उन्हें जंगल में छोड़ा जा सकता है. उन्हें छोड़ा जाना चाहिए. इसके पश्चात प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) ने वन विभाग के मैदानी अमले में पदस्थ समस्त अधिकारियों को पत्र लिखकर जब्त वन्य प्राणियों को न्यायालय से अनुमति लेकर वन क्षेत्र में छोड़े जाने का आदेश जुलाई में जारी किया

पहली बार छोड़े गए शेड्यूल-1 के चार मॉनिटर लिजार्ड: 30 जून 2024 को रायपुर वन मंडल ने विधि द्वारा संरक्षण प्राप्त शेड्यूल-1 के चार मॉनिटर लिजार्ड जब्त किए गए. प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस चेकिंग के दौरान ये जब्त किए गए थे. इन्हें नंदनवन जंगल सफारी नया रायपुर में शिफ्ट कर दिया गया. डायरेक्टर जंगल सफारी की ओर से 23 जुलाई को इन वन्य प्राणियों का स्वास्थ्य जांच कर, वनमंडल अधिकारी रायपुर को पत्र लिखा गया. इसमें चारों मॉनिटर लिजार्ड को छोड़ने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा गया. वन मंडल अधिकारी रायपुर ने कोर्ट से अनुमति लेने के बाद चारों मॉनिटर लिजार्ड को उचित रहवास में छोड़ दिया है.

सिंघवी ने इसे लेकर वन विभाग को बधाई दी. साथ ही कहा कि आशा करते हैं कि पूर्व में जब्त सभी स्वस्थ और छोड़े जाने योग्य वन्य प्राणियों को वन विभाग शीघ्र ही वन क्षेत्र में छोड़ देगा. साथ ही भविष्य में भी वन्य जीवों के हित में कार्रवाई की जाएगी.

किरंदुल में बरस रही मूसलाधार मुसीबत, छाता लेकर मलप्पा और बंगाली कैंप पहुंचे केदार कश्यप - heavy rain in kirandul
बालोद में साय सरकार के मंत्री का बड़ा बयान, क्वालिटी वर्क से नहीं होगा समझौता - Kedar Kashyap Attack on Congress
अचानकमार टाइगर रिजर्व में मिला मेलेनिस्टिक तेंदुआ, वन मंत्री ने फोटो शेयर कर दी बड़ी खुशखबरी - Melanistic Leopard in Achanakmar
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.