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कतर की जेल से छूटकर कैप्टन सौरभ वशिष्ठ अपने घर देहरादून पहुंचे, माता-पिता ने गले लगाया तो सब हुए भावुक - Qatar Free Ex Indian Navy Veterans

Qatar Release 8 Indian Navy Veterans, Captain Saurabh Vashisht कतर की जेल में बंद भारतीय नौसेना के रिटायर्ड अफसरों के परिजनों ने मंगलवार 13 फरवरी को राहत की सास ली, जब सभी आठ रिटायर्ड अफसर रिहा होकर दिल्ली पहुंचे. देहरादून के सौरभ वशिष्ठ मंगलवार देर रात को देहरादून स्थित अपने आवास पहुंचे.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 14, 2024, 10:09 AM IST

Updated : Feb 17, 2024, 1:08 PM IST

सौरभ वशिष्ठ के घर लौटने से पहले उनके माता-पिता से हुई बात.

देहरादून: कतर की जेल से रिहा होकर भारत लौटे भारतीय नौसेना के रिटायर्ड अफसरों में देहरादून के सौरभ वशिष्ठ भी हैं. मंगलवार 13 फरवरी देर रात को सौरभ वशिष्ट देहरादून स्थित अपने आवास पहुंचे, जहां परिवार वालों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. बेटे सौरभ वशिष्ट को अपने सामने देखकर 80 साल के माता-पिता की आंखें खुशी से नम हो गई थी. माता-पिता ने अपने जिगर के टुकड़े सौरभ वशिष्ठ को कसकर सीने से लगाया.

करीब 18 महीने बाद घर पहुंचे सौरभ वशिष्ठ का लोगों ने फूल-मालाओं से स्वागत किया. मां ने बेटे को गले लगाकार दुलार किया, ये पल सबको भावुक करने वाला था. सौरभ के घर लौटने से एक दिन पहले ही ईटीवी भारत की टीम ने उनके माता-पिता से बात की थी. उन्होंने बताया था कि उन्हें इस पल का बेसब्री से इंतजार था जब वो अपने बेटे को गले लगा सकेंगे. दोनों बुजुर्ग माता-पिता की आंखों में खुशी के भाव साफ नजर आ रहे थे. दरअसल, अगस्त साल 2022 में कतर सरकार ने आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था. कतर की अदालत ने 26 अक्टूबर 2023 को सभी आठ भारतीयों को मौत की सजा सुनाई थी. तभी से भारत की सरकार कतर की जेल में बंद सभी आठ भारतीयों को बचाने की कोशिश में लगी हुई थी.

वहीं, बीते साल एक दिसंबर 2023 को दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की थी. वहीं पर पीएम मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमाद उल-थानी के बीच बैठक हुई थी. इसी बैठक के बाद कतर सरकार ने पूर्व भारतीय नौसैनिकों की मौत की सजा को उम्र कैद में बदल दिया था.

वहीं, भारत सरकार लगातार पूर्व भारतीय नौसैनिकों की रिहाई के प्रयास में लगी हुई थी, जिसका परिणाम ये हुआ है कि 18 महीने के लंबे इंतजार के बाद कतर ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अफसरों को रिहा कर दिया, जो कल 13 फरवरी को भारत पहुंच गए थे. दिल्ली लौटे भारतीय नौसेना के सभी पूर्व अफसरों ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया था.

कतर की जेल से रिहा होने वाले भारतीय नौसेना के पूर्व अफसर: कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर सजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कैप्टन बीरेंद्र कुमार, नाविग रागेश.

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सौरभ वशिष्ठ के घर लौटने से पहले उनके माता-पिता से हुई बात.

देहरादून: कतर की जेल से रिहा होकर भारत लौटे भारतीय नौसेना के रिटायर्ड अफसरों में देहरादून के सौरभ वशिष्ठ भी हैं. मंगलवार 13 फरवरी देर रात को सौरभ वशिष्ट देहरादून स्थित अपने आवास पहुंचे, जहां परिवार वालों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. बेटे सौरभ वशिष्ट को अपने सामने देखकर 80 साल के माता-पिता की आंखें खुशी से नम हो गई थी. माता-पिता ने अपने जिगर के टुकड़े सौरभ वशिष्ठ को कसकर सीने से लगाया.

करीब 18 महीने बाद घर पहुंचे सौरभ वशिष्ठ का लोगों ने फूल-मालाओं से स्वागत किया. मां ने बेटे को गले लगाकार दुलार किया, ये पल सबको भावुक करने वाला था. सौरभ के घर लौटने से एक दिन पहले ही ईटीवी भारत की टीम ने उनके माता-पिता से बात की थी. उन्होंने बताया था कि उन्हें इस पल का बेसब्री से इंतजार था जब वो अपने बेटे को गले लगा सकेंगे. दोनों बुजुर्ग माता-पिता की आंखों में खुशी के भाव साफ नजर आ रहे थे. दरअसल, अगस्त साल 2022 में कतर सरकार ने आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था. कतर की अदालत ने 26 अक्टूबर 2023 को सभी आठ भारतीयों को मौत की सजा सुनाई थी. तभी से भारत की सरकार कतर की जेल में बंद सभी आठ भारतीयों को बचाने की कोशिश में लगी हुई थी.

वहीं, बीते साल एक दिसंबर 2023 को दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की थी. वहीं पर पीएम मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमाद उल-थानी के बीच बैठक हुई थी. इसी बैठक के बाद कतर सरकार ने पूर्व भारतीय नौसैनिकों की मौत की सजा को उम्र कैद में बदल दिया था.

वहीं, भारत सरकार लगातार पूर्व भारतीय नौसैनिकों की रिहाई के प्रयास में लगी हुई थी, जिसका परिणाम ये हुआ है कि 18 महीने के लंबे इंतजार के बाद कतर ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अफसरों को रिहा कर दिया, जो कल 13 फरवरी को भारत पहुंच गए थे. दिल्ली लौटे भारतीय नौसेना के सभी पूर्व अफसरों ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया था.

कतर की जेल से रिहा होने वाले भारतीय नौसेना के पूर्व अफसर: कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर सजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कैप्टन बीरेंद्र कुमार, नाविग रागेश.

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Last Updated : Feb 17, 2024, 1:08 PM IST
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