नई दिल्ली: मनमोहन सिंह सरकार में गृह मंत्री रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे ने 'भगवा आतंकवाद' पर बात की. उन्होंने हाल में ही एक पॉडकास्ट में कहा कि वह भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहते थे.
इस पॉडकास्ट में जब पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री से भगवा आतंकवाद शब्द के इस्तेमाल को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "उस समय रिकॉर्ड पर जो आया था, उन्होंने वही कहा था. यह उनकी पार्टी (कांग्रेस) ने उन्हें बताया था कि भगवा आतंकवाद हो रहा."
'इस तरह का कोई आतंकवाद नहीं होता'
उन्होंने आगे कहा, "उस समय मुझसे पूछा गया था तो मैंने बोल भगवा आतंकवाद दिया था. लेकिन मैंने भगवा के साथ आतंकवाद शब्द क्यों लगाया मुझे नहीं पता. इसे लगाना नहीं चाहिए था, यह गलत था. भगवा हो, या रेड हो या फिर सफेद. इस तरह का कोई आतंकवाद नहीं होता है."
पीएम मोदी की प्रशंसा की
वहीं, इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ भी की. उन्होंने कहा, "जब हम यूपीए-2 सरकार में थे तो उस समय किसी को नहीं लगा था कि वह तीन बार केंद्र में अपनी सरकार बना सकते हैं और तीन बार प्रधानमंत्री बन जाएंगे. लेकिन वह काफी हार्ड वर्किंग हैं.
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि उस समय मैं हिमाचल का जनरल सेकेट्री भी था, वह भी जनरल सेकेट्री थे. जब वह मुख्यमंत्री थे, तो मैं भी मुख्यमंत्री था. शिंदे ने बताया कि जब वह ऊर्जा मंत्री था तो मोदी गुजरात के लिए पॉवर मांगने उनके मेरे पास आते थे. हालांकि, उनपर ज्यादा टिप्पणी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि वह दूसरी पार्टी के हैं.
चिदंबरम ने किया था इस शब्द का इस्तेमाल
बता दें कि सुशील कुमार शिंदे ने 20 जनवरी 2013 को जयपुर में आयोजित कांग्रेस के चिंतन शिविर के दौरान कहा था कि भाजपा और आरएसएस के कैंपों में हिंदू आंतकवादियों को प्रशिक्षण दिया जाता है. ये सब कई बार अखबार में आ चुका है. ये कोई नई चीज नहीं है. इससे पहले 25 अगस्त 2010 को कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भी इसी शब्द को इस्तेमाल किया था.