नई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को बुधवार शाम को पांच बजे तबीयत ठीक होने पर छुट्टी दे दी गई. उन्हें मंगलवार सुबह करीब 11 बजे न्यूरो संबंधी समस्या होने पर अपोलो अस्पताल लाया गया था. न्यूरो विभाग के वरिष्ठ डॉ. विनीत सूरी की देखरेख में उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखा गया था. अपोलो अस्पताल के अनुसार, उनका अपोलो से न्यूरो संबंधी समस्या याददाश्त और अन्य दिक्कतों को लेकर पहले से नियमित इलाज चलता आ रहा है.
पिछले महीने भी तबीयत खराब होने पर उन्हें पहले एम्स और फिर अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां से उन्हें एक से दो दिन बाद तबीयत ठीक होने पर छुट्टी दे दी गई थी. डॉक्टरों के अनुसार, 96 वर्षीय आडवाणी जी को ओल्ड एज की वजह से कई समस्याएं हैं, जिनकी वजह से दिक्कत बढ़ने पर अस्पताल आना पड़ता है. इससे पहले अधिक उम्र होने के चलते उनकी घर पर ही नियमित स्वास्थ्य जांच डॉक्टर के द्वारा की जाती रही है.
एम्स में आडवाणी को डॉक्टर अमलेश सेठ की निगरानी में भर्ती किया गया था. तब उनकी सभी जांच करने के बाद स्वास्थ्य स्थिर होने पर छुट्टी दे दी गई थी. उन्हें रूम नंबर 201 ओल्ड प्राइवेट वार्ड में रखा गया था. उल्लेखनीय है कि 96 वर्षीय आडवाणी जी अपनी बेटी प्रतिभा आडवाणी के साथ पृथ्वीराज रोड स्थित सरकारी बंगले में रहते हैं. अप्रैल 2016 में दिल का दौरा पड़ने से उनकी पत्नी कमला आडवाणी का निधन हो गया था.
बता दें, लाल कृष्ण आडवाणी देश के सातवें उप प्रधानमंत्री रहे हैं. जबकि, 1998 से लेकर 2004 तक सबसे अधिक समय तक वह देश के गृहमंत्री भी रहे हैं. भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक आडवाणी भाजपा के अध्यक्ष रहने के अलावा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं. गुजरात के गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र का उन्होंने लंबे समय तक प्रतिनिधित्व किया है. वह नई दिल्ली लोकसभा सीट से भी सांसद रहे हैं. इसी साल राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने उन्हें घर पर जाकर देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया था.