हैदराबाद: भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने मंगलवार को पार्टी नेताओं को आश्वस्त किया कि कुछ नेताओं के जाने से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. सिद्दीपेट जिले के गजवेल के एरावली गांव में अपने फार्महाउस पर पार्टी नेताओं और विधायकों के साथ बैठक के दौरान केसीआर ने पार्टी के भीतर हाल के घटनाक्रमों को संबोधित किया.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने उपस्थित लोगों को याद दिलाया कि वाईएस राजशेखर रेड्डी के शासनकाल में भी ऐसी ही स्थिति हुई थी, और वे इससे विचलित नहीं हुए. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पोचारम श्रीनिवास रेड्डी के बारे में बोलते हुए केसीआर ने सुझाव दिया कि नेताओं के दल बदलने पर बहुत अधिक ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कुछ विधायकों के दल बदलने का फैसला करने से बीआरएस को नुकसान नहीं होगा. उन्होंने यह भी बताया कि विधायकों और एमएलसी के साथ बैठकें कल से शुरू होंगी.
केसीआर ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पर लोगों से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया और तेलंगाना में कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति की आलोचना की. हालांकि, उन्होंने पार्टी के भविष्य को लेकर आशा व्यक्त की. बैठक में बीआरएस विधायक हरीश राव, वेमुला प्रशांत रेड्डी, केपी विवेकानंद गौड़, मगंती गोपीनाथ, मुथा गोपाल, माधवराम कृष्ण राव, अरिकेपुडी गांधी, एमएलसी शेरी सुभाष रेड्डी, दांडे विट्ठल, पूर्व विधायक जोगु रमन्ना और नेता कायमा मल्लेश तथा रावुला श्रीधर रेड्डी सहित अन्य ने भाग लिया.
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