श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) पर जंगल में भीषण आग लग गई. आग लगने के कारण बुधवार देर रात इलाके में करीब आधा दर्जन बारूदी सुरंगों में विस्फोट हो गया. यह सुरंगे भारत के एंटी इनफिल्ट्रेशन ऑब्सटिकल सिस्टम का हिस्सा हैं. यह बारूदी सुरंगें मेंढर उप-मंडल के कृष्णा घाटी सेक्टर के अग्रिम इलाकों में मौजूद थीं.
अधिकारियों ने पिछले कुछ घंटों में लगातार छह विस्फोटों की आवाज सुनने की पुष्टि की है, क्योंकि आग सीमा पार से भारतीय क्षेत्र में फैल गई. हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन प्रयास जारी हैं.
सीमा पार लगी थी आग
अधिकारियों के अनुसार जंगल में लगी आग की शुरुआत नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर से शुरू हुई थी, जो बाद में भारतीय क्षेत्र में फैल गई. उन्होंने भारत की घुसपैठ रोधी प्रणाली को निशाना बनाने के लिए जानबूझकर की गई कार्रवाई की संभावना से इनकार नहीं किया है. फिलहाल मामले की जांच जारी है.
हालात पर अधिकारियों की नजर
एनोमिटी पर एक अधिकारी ने कहा, "हम उन परिस्थितियों की जांच कर रहे हैं, जिनके कारण आग लगी. नियंत्रण रेखा पर महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने के किसी भी संभावित मकसद की पूरी तरह से जांच की जाएगी." घटना के बीच भारतीय सेना हाई अलर्ट पर है और आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है. इस अस्थिर अवधि के दौरान सीमा पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सतर्कता बढ़ाई गई है.
गौरतलब है कि यह घटनाक्रम नियंत्रण रेखा पर चल रही चुनौतियों को उजागर करती है, जहां प्राकृतिक आपदाएं और सुरक्षा खतरे अक्सर आपस में जुड़े होते हैं, जिसके लिए अधिकारियों द्वारा निरंतर सतर्कता और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता होती है.