गढ़चिरौली: भारी बारिश (गढ़चिरौली भारी बारिश) के कारण गढ़चिरौली जिले में कई नदियां और नाले उफान पर हैं. यहां हमेशा देखा गया है कि बारिश के दिनों में गर्भवती महिलाओं को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सुदूर नक्सल प्रभावित भामरागढ़ तालुका में भी ऐसी ही स्थिति बनी है. जिले में बारिश ने कहर बरपाया है (गढ़चिरौली भारी बारिश) और नदी-नाले उफान पर हैं.
इसी तरह, भामरागढ़ तालुका के कुचेर की नौ महीने की गर्भवती महिला शीला सदमेक को सोमवार को प्रसव के लिए ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. बारिश के कारण इरपानार गांव के पास बहने वाली नदी में बाढ़ आ गई थी. जिससे महिला को अस्पताल में भर्ती कराना मुश्किल हो गया. हालांकि, बचाव दल की मदद से तहसीलदार ने महिला को बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया.
नाले की बाढ़ से महिला को बचाया गया: शीला सदमेक भामरागढ़ तालुका के अतीदुर्गम कुचेर की निवासी हैं. जब उन्हें प्रसव पीड़ा हुई तो वे मोटरसाइकिल से अस्पताल जा रही थीं. हालांकि, गांव तक पहुंचने के लिए कोई सड़क नहीं है, साथ ही इरपानार गांव के पास नाला उफान पर होने के कारण अस्पताल पहुंचना संभव नहीं था. इस बीच, तहसीलदार को इसकी जानकारी मिली.
फिर तहसीलदार किशोर बागड़े ने नायब तहसीलदार को इसकी जानकारी दी. नायब तहसीलदार प्रकाश पुप्पलवार स्वयं जोखिम उठाकर नाव और दो बचाव दलों के साथ नदी पर पहुंचे. इसके तुरंत बाद गर्भवती महिला को बचाकर भामरागढ़ के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया.
गढ़चिरौली जिले की एक तस्वीर: गढ़चिरौली बहुत ही दुर्गम इलाका है. इसलिए यहां सुविधाओं का अभाव है. इससे पहले भी भामरागढ़ तालुका की एक महिला को जेसीबी की बाल्टी से नाला पार करना पड़ा था. कोरची तालुका में एक महिला को बिस्तर पर पड़े होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इससे गढ़चिरौली जिले की भयावह तस्वीर एक बार फिर सामने आई है.