कानपुर: शहर की आयुध निर्माणियों में सालों से ऐसे हथियार बनते रहे हैं, जो हमेशा से ही भारतीय सेना की पहली पसंद रहे. जैसे-जैसे समय बदला, वैसे-वैसे इन निर्माणियों में बनने वाले हथियारों को अपग्रेड भी किया गया. अब, इसी दिशा में अहम कदम बढ़ाते हुए, पहली बार स्माल आर्म्स फैक्ट्री में ऐसी गन बनने जा रही हैं, जिनमें कैमरा लगा होगा. साथ ही इन गन्स में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक भी होगी. कैमरे में दुश्मन की पहचान होते ही गोली खुद चल जाएगी.
इससे दुश्मनों को ढेर करने में भारतीय सैनिकों को बहुत आसानी रहेगी. स्माल आर्म्स फैक्ट्री के आला अफसरों का कहना है, कि अभी तक ऐसे हथियारों का प्रयोग केवल विदेशों में होता रहा. हालांकि, पहली बार कानपुर स्थित एसएएफ में यह गन बन रही है. मई-जून के बीच में इसका प्रोटोटाइप सामने आ जाएगा और फिर इसे सेना में परीक्षण के लिए भेजा जाएगा. इस पूरी कवायद में एसएएफ की मदद कई विदेशी विशेषज्ञ भी कर रहे हैं. सुरक्षा कारणों से अफसरों ने फिलहाल उनके नाम पर बोलने से इंकार किया है.
प्रबल, सीक्यूबी कार्बाइन और लाइट वेट एलएमजी की जबर्दस्त मांग: पिछले कुछ समय की बात करें, तो स्माल आर्म्स फैक्ट्री में तैयार रिवॉल्वर प्रबल, सीक्यूबी कार्बाइन और लाइट वेट एलएमजी को सैनिकों से लेकर पुलिस अफसरों ने खूब पसंद किया और सराहा है. प्रबल रिवाल्वर की मांग को उप्र के अलावा कई राज्यों में जबर्दस्त रही. कुछ दिनों पहले ही एसएएफ के अफसरों ने प्रबल का 2024 एडीशन लांच भी किया. अब जल्द ही देश के सैनिकों को AI और कैमरे से लैस हथियार मिल सकेंगे.
एसएएफ के जीएम राजीव शर्मा (SAF GM Rajeev Sharma) ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक के साथ ही स्माल आर्म्स फैक्ट्री द्वारा पहली बार कैमरे वाले हथियार बनाने का काम शुरू हो गया है. जो गन बन रही है, उसका प्रोटोटाइप मई-जून के बीच में आने की उम्मीद है.