केवड़िया: सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारे में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और भ्रामक जानकारी पोस्ट करने के आरोप में पुलिस ने एक यूजर के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. 8 सितंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर @RaGa4India नाम के अकाउंट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को लेकर भ्रामक पोस्ट किया गया था.
Beware of fake news! It has come to our attention that the images of the #StatueofUnity shared by@RaGa4India are from the construction period and are being falsely circulated as images showing cracks.
— Statue Of Unity (@souindia) September 10, 2024
Always verify facts before believing or sharing. The #StatueOfUnity… pic.twitter.com/Uq253moLLl
पोस्ट में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की 2018 की तस्वीर पोस्ट की गई और दावा किया गया कि ये कभी भी गिर सकती है. मूर्ति में दरार पड़नी शुरू हो गई है. इस पोस्ट के बारे में जब बाद में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के प्रशासकों को पता चला तो उन्होने इस एक्स अकाउंट होल्डर के खिलाफ झूठी अफवाह फैलाने के आरोप में पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. एसओयू के डिप्टी कलेक्टर अभिषेक सिन्हा ने यह शिकायत दर्ज कराई है.
वही दुसरी तरफ, पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने भी सोशल मीडिया पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर दरारे पडने के दावे करती पोस्ट की जांच की और इसे पूरी तरह से गलत बताया और यह पोस्ट पूरी तरह से भ्रामक साबित हुई. टीम ने बताया कि यह तस्वीर साल 2018 में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण के दौरान की है.
सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में दरारें आनी शुरू हो गई हैं और यह कभी भी गिर सकती है।#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) September 9, 2024
❌ यह दावा #फर्जी है।
✅ यह फोटो वर्ष 2018 में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण के दौरान की है pic.twitter.com/RHpYc2Aykj
गौरतलब है कि स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि के रूप में नर्मदा जिले के केवडिया में स्थापित 182 मीटर ऊंची प्रतिमा एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है. जहां न सिर्फ गुजरात बल्कि देश-दुनिया से हजारों पर्यटक घूमने आते हैं. 31 अक्टूबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण किया था.