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सबसे तेज दौड़ने वाले पवन चीते की मौत, पीएम मोदी के जन्मदिन पर लाया गया था कूनो - Fastest Cheetah Pawan died - FASTEST CHEETAH PAWAN DIED

भारत की धरती पर सबसे तेज दौड़ने वाला पवन चीता कूनो नेशनल पार्क के एक बड़े नाले में मृत अवस्था में पाया गया है. यह पवन चीता नामीबिया से 17 सितंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर लाया गया था. वह बाकी चीतों में सबसे एक्टिव चीता था.

Fastest Cheetah Pawan died in Kuno nationap park
सबसे तेज दौड़ने वाले पवन चीते की मौत (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 27, 2024, 7:54 PM IST

श्योपुर: पवन चीता नामीबिया से 17 सितंबर 2022 को पीएम मोदी के जन्मदिन पर लाया गया था. पहली खेप में सात चीते आए थे जिसमें पवन सबसे तेज दौड़ने वाला चीता. पवन की कुछ ऐसी रफ्तार थी कि वह कूनो नेशनल पार्क से कई बार बाहर पहुंचा जाता था. उसे कई बार इसे ट्रेंकुलाइज करके वापस पार्क में लाया गया. कूनो नेशनल पार्क में अब 12 वयस्क और 12 शावक ही बचे हैं.

एक महीने के अंतराल में दूसरी मौत

गौरतलब है कि एक महीने के अंतराल में ये दूसरे चीते की मौत है. इसके पहले मादा चीता गामिनी के एक शावक की मौत हुई थी. गामिनी के शावक की मौत 29 जुलाई को हुई थी और इसकी जानकारी 5 अगस्त को प्रेस नोट जारी कर की गई थी. गामिनी के शावक की मौत का कारण रीढ़ की हड्डी में फ्रेक्चर होना बताया गया था. वहीं अब विभाग ने प्रेस नोट जारी कर पवन चीते की मौत की जानकारी दी है. प्रेस नोट में बताया गया कि पवन चीता का आधा शरीर नाले में डूबा था, जिसमें घाव भी थे. अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा.

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कूनो से आई दुखद खबर, मादा चीता गामिनी के शावक की मौत, रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार

प्रोजेक्ट चीता के डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने कहा, '' मंगलवार सुबह 10:30 बजे चीता पवन खुले जंगल में झाड़ियों के पास मृत मिला है. वह नाले में पड़ा हुआ मिला. डॉक्टरों ने जब उसकी जांच की तो वह मृत पाया गया. पवन चीता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, जिसके बाद ही उसकी मौत की वजह के बारे में कुछ कहा जा सकेगा.''

श्योपुर: पवन चीता नामीबिया से 17 सितंबर 2022 को पीएम मोदी के जन्मदिन पर लाया गया था. पहली खेप में सात चीते आए थे जिसमें पवन सबसे तेज दौड़ने वाला चीता. पवन की कुछ ऐसी रफ्तार थी कि वह कूनो नेशनल पार्क से कई बार बाहर पहुंचा जाता था. उसे कई बार इसे ट्रेंकुलाइज करके वापस पार्क में लाया गया. कूनो नेशनल पार्क में अब 12 वयस्क और 12 शावक ही बचे हैं.

एक महीने के अंतराल में दूसरी मौत

गौरतलब है कि एक महीने के अंतराल में ये दूसरे चीते की मौत है. इसके पहले मादा चीता गामिनी के एक शावक की मौत हुई थी. गामिनी के शावक की मौत 29 जुलाई को हुई थी और इसकी जानकारी 5 अगस्त को प्रेस नोट जारी कर की गई थी. गामिनी के शावक की मौत का कारण रीढ़ की हड्डी में फ्रेक्चर होना बताया गया था. वहीं अब विभाग ने प्रेस नोट जारी कर पवन चीते की मौत की जानकारी दी है. प्रेस नोट में बताया गया कि पवन चीता का आधा शरीर नाले में डूबा था, जिसमें घाव भी थे. अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा.

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पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार

प्रोजेक्ट चीता के डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने कहा, '' मंगलवार सुबह 10:30 बजे चीता पवन खुले जंगल में झाड़ियों के पास मृत मिला है. वह नाले में पड़ा हुआ मिला. डॉक्टरों ने जब उसकी जांच की तो वह मृत पाया गया. पवन चीता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, जिसके बाद ही उसकी मौत की वजह के बारे में कुछ कहा जा सकेगा.''

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