चंडीगढ़: किसान नेता खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान 21 फरवरी को शहीद हुए युवा किसान शुभकरण की अस्थियां एकत्रित करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान-मजदूर मोर्चा के किसान नेता शुक्रवार को बठिंडा के बल्लो गांव पहुंचे, जहां वे युवा किसान शुभकरण सिंह की अस्थियां एकत्र करेंगे.
इसके बाद हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों में कलश यात्रा निकाली जाएगी. किसान नेताओं ने मंच से यह भी घोषणा की कि भाजपा और भाजपा गठबंधन के खिलाफ शहीद शुभकरण सिंह और किसान आंदोलन-2 के अन्य शहीदों के नाम पर पट्टिकाएं और काले झंडे दिखाए जाएंगे.
युवाओं से शंभू बॉर्डर पहुंचने की अपील: गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर किसान आंदोलन का 32वां दिन है. सरकार से अपनी मांगें मनवाने के लिए हजारों किसान शंभू-खनुड़ी से लगे हरियाणा-पंजाब के डबवाली बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने देशभर के युवाओं से शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह के शहादत दिवस पर शंभू बॉर्डर पहुंचने की अपील की है.
हरियाणा में मनाया जाएगा शहीदी समारोह: इस मोर्चे ने हरियाणा और पंजाब समेत अन्य राज्यों में युवा शहीद किसान शुभकरण के गांव से अस्थि कलश लाकर कलश यात्रा निकालने की घोषणा की है. यह भी कहा गया है कि शहीदी समारोह 22 मार्च को हिसार और 31 मार्च को अंबाला की मोहरा अनाज मंडी में आयोजित किया जाएगा.
चार बैठकें कर चुकी बेसिटा: किसान आंदोलन में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें 3 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बनाने समेत कई अन्य मांगों पर अड़े हुए हैं. सरकार के साथ अब तक 4 दौर की बातचीत विफल हो चुकी है. किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती वे धरने पर बैठे रहेंगे.