नई दिल्लीः पंजाब के किसान लंबे समय से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. हाल ही में किसानों ने दिल्ली में आने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें हरियाणा बार्डर पर ही रोक दिया गया. दिल्ली में प्रवेश न मिलने के बाद अब किसान संगठनों ने रेल रोको आंदोलन करने का आह्वान किया है. किसान पंजाब में जगह-जगह रेलवे ट्रैक पर बैठेंगे. इससे दिल्ली से पंजाब, हिमाचल व जम्मू को जाने वाली ट्रेनों का संचालन प्रभावित होगा.
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि किसान संगठनों ने 18 दिसंबर को पंजाब में रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया है. ऐसे में किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ सकते हैं. पहले भी किसानों ने इस तरह का आंदोलन किया था. इसको देखते हुए रेलव के अधिकारी और आरपीएफ सतर्क हैं. राज्य सरकार से रेलवे के बड़े अधिकारी संपर्क में हैं, जिससे की आंदोलन के दौरान रेल संचालन पर पड़ने वाले प्रभाव को कम किया जा सके. उधर, किसान संगठनों का कहना है कि 18 दिसंबर को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक रेल रोको आंदोलन चलेगा.
रेलवे के अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, रेलवे की तरफ से ट्रेनों को डायवर्ट करने, रद्द करने या शार्ट टर्मिनेट करने का निर्णय तभी हो पाएगा, जब किसान आंदोलन शुरू होगा. दरअसल, अभी तक यह निश्चित नहीं है कि किसान कहां पर आंदोलन करेंगे. कहां पर वह रेलवे ट्रैक पर बैठेंगे, उनके रेल रोकने के स्थान से उस रूट पर संचालित होने वाली ट्रेनों पर प्रभाव पड़ेगा. ऐसे में जब किसानों का आंदोलन शुरू होगा तभी ट्रेनों के संचानल, रद्द करने या शार्ट टर्मिनेट करने संबंधित निर्णय लिए जा सकेंगे.
पहले भी किसानों ने किया था रेल रोको आंदोलन: रेलवे के अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यदि ट्रेनों का संचालन प्रभावित होता है तो यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. ऐसे में बेहतर होगा कि दिल्ली से पंजाब, हिमाचल प्रदेश व जम्मू जाने वाली ट्रेनों के संचालन की स्थिति देखकर ही घर से बाहर निकलें, जिससे असुविधा न हो. बता दें कि इससे पहले भी पंजाब में किसानों ने रेल रोको आंदोलन किया था. तब भी बड़ी संख्या में ट्रेनों का संचालन रद्द किया गया था. कुछ ट्रेनें डायवर्ट और शार्ट टर्मिनेट की गई थी.
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