नई दिल्ली/नोएडा: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों का आंदोलन अब ज्यादा उग्र होता नजर आ रहा है, कल दलित प्रेरणा स्थल पर धरने पर बैठे किसानों की गिरफ्तारी के बाद आज किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानो की महापंचायत बुलाई है. कहा है कि सुबह महापंचायत कर आगे के आंदोलन की रणनीति घोषित करेंगे.
महापंचायत में राकेश टिकैत
नोएडा में किसानों की गिरफ्तारी के बाद आज ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर किसानों की महापंचायत होगी. इस महापंचायत में राकेश टिकैत सहित अन्य किसान भारी संख्या में मौजूद रहेंगे. महापंचायत की तैयारी पूरी हो चुकी है और किसानों ने वहां पर जुटना शुरू कर दिया है.
गिरफ्तारी का विरोध, किसानों की आपातकालीन पंचायत
किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी मुजफ्फरनगर के सिसौली स्थित किसान भवन पर आपातकालीन पंचायत बुलाई थी. इस पंचायत को भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत समेत अन्य किसान नेताओं ने संबोधित किया. बैठक में तय किया गया कि पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से किसान बुधवार को गौतमबुद्ध नगर में यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर जमा होंगे और इसके लिए मेरठ में काफिला सुबह नौ बजे पहुंच जाएगा.
राकेश टिकैत ने इसके लिए सोशल मीडिया पर भी एक वीडियो संदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि बुधवार की सुबह ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर महापंचायत होगी. इस पंचायत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी नेता और किस पहुंचेंगे वहां पर फैसला दिया जाएगा कि सरकार से बात करनी है कि नहीं, लेकिन यह स्पष्ट है कि जब तक गिरफ्तार किए गए सभी किसान पंचायत में मौजूद नहीं होंगे तो तब तक कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा.
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अन्य किसान संगठन भी मामले में एकजुट होते नजर आ रहे और उनका कहना है कि नोएडा में शांतिपूर्ण तरीके से धनारत किसानों को पुलिस ने बर्बरता के साथ जेल भेजने का का दुस्साहस किया है. ये कहीं न कहीं देश के किसानों के सम्मान के प्रति खिलवाड़ किया गया है. भारतीय किसान संगठन कल पूरी मेरठ मंडल टीम के साथ धरनास्थल पहुँच रहा है. आप सभी से अनुरोध है कि किसानों के सम्मान में सब लोग घर से निकले. भारतीय किसान संगठन उत्तर प्रदेश के साथ साथ अन्य राज्यों में भी. उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को जेल भेजने का जो काम किया है उसके विरोध में पूरे देश भर की तरफ से ज्ञापन माननीय राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन दिया जाएगा.
30 से अधिक छोटे-बड़े मार्गों पर पुलिस का कड़ा पहरा
यमुना एक्सप्रेसवे स्थित जीरो प्वाइंट पर होने वाली किसानों की महापंचायत को देखते हुए पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है. जिले में प्रवेश करने वाले 30 से अधिक छोटे-बड़े मार्गों पर पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा. बाहरी जिलों से आने वाले किसानों को महापंचायत में शामिल होने से रोका जाएगा. बैरिकेडिंग के अलावा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहेगा. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिला बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हापुड़, गाजियाबाद, शामली, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर और मेरठ आदि से बड़ी संख्या में किसान अपने-अपने निजी वाहनों और ट्रैक्टर-ट्रॉली से पहुंच सकते हैं. महापंचायत की घोषणा के बाद देर रात तक पुलिस के अधिकारी रणनीति बनाने में जुटे रहे. शहर में जाम की स्थिति न हो और शहरवासियों को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए पुलिस ने कड़ी तैयारी की है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि महापंचायत के बाद किसान दिल्ली की ओर दोबारा रुख कर सकते हैं. यदि ऐसा हुआ तो पुलिस की परेशानी बढ़ जाएगी.
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