अयोध्या: राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अयोध्या की साथ सजा के लिए भक्ति पथ और राम पथ पर 50 लाख रुपये से अधिक कीमत की 3800 बैम्बू और 36 गोबो प्रोजेक्टर लाइटें लगाई गईं थीं. इन सबकी चोरी हो गई है. अयोध्या के सबसे संवेदनशील और सुरक्षित स्थान पर यह चोरी हुई है. जबकि जहां पर सुरक्षा बलों की हमेशा तैनाती रहती है. फिर भी इन फैंसी लाइटों की चोरी की किसी को भनक तक नहीं लगी. वहीं इस मामले में प्रशासन का मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में लाइटें चोरी हो जाएं, यह संभव नहीं है. इसकी जांच कराई जाएगी.
#WATCH | Ayodhya, UP: On fancy lights theft in Ayodhya, Commissioner Gaurav Dayal, says " the contractor has informed that fancy bamboo lights have been stolen from the trees. it is not possible that such a large quantity of lights can be stolen since there are police patrolling… pic.twitter.com/reUVAwDTMo
— ANI (@ANI) August 14, 2024
योगी सरकार की ओर से अयोध्या को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की योजना के तहत मठ-मंदिर और प्रमुख सड़कों के किनारे आकर्षक लाइटें लगाई गई थीं. पर्यटक स्थलों की इस खूबसूरती पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया. अब पुलिस चोरों की तलाश में जुड़ गई है
अयोध्या विकास प्राधिकरण ने यश इंटरप्राइजेज और कृष्णा ऑटोमोबाइल को रामपथ व भक्ति पथ पर लाइटें लगाए जाने का ठेका दिया था. जिसके तहत नया घाट, हनुमान गढ़ी और टेढ़ी बाजार पर लगभग 6400 बैम्बू और 96 गोबो प्रोजेक्टर लाइट लगाई गई थी.
यश इंटरप्राइजेज प्रतिनिधि शेखर शर्मा के अनुसार, रामपथ और भक्ति पर लगाई गईं 3800 बैम्बू और 36 गोबो लाइट चोरी हो गई हैं, जिसको लेकर राम जन्मभूमि थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. शिकायत में कहा गया है कि 19 मार्च तक सभी लाइटें लगा दी गई थीं. बाद में मालूम चला कि कुछ लाइटें गायब हैं, इसकी जब जांच पड़ताल की गई तो 3800 बैम्बू और 36 गोबो लाइटें गायब मिलीं. पुलिस के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर जांच कर रही है.
इस मामले में अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल का कहना है कि यह संभव नहीं है कि तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लाइटें चोरी कर ली जाएं, वह भी इतनी संख्या में. कहा कि लाइटों के देखरेख की जिम्मेदारी संस्था की ही थी. लाइटें बड़ी मुश्किल से पेड़ों पर लगाई गई थीं, फिर इतनी आसानी से कैसे चोरी की जा सकती हैं. अगर चोरी होतीं तो नजर में आता. कहा कि मामले को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है.